चातुर्मास हेतु रमिला कँवर जी म. सा. का सिंगोली में हुआ मंगल प्रवेश
सिंगोली(निखिल रजनाती)। नगर में स्थानकवासी जैन श्री संघ के अहोभाग्य से श्रमण संघीय आचार्य सम्राट डाक्टर शिवमुनि जी म.सा की आज्ञानुवर्ती एवं राजस्थान प्रवर्तीनी अहिंसा गौरवमणी पूज्या गुरूणी मैय्या यश कंवर जी म.सा की सुशिष्या महाश्रमणी रत्ना संघ संरक्षिका पूज्या रमिला कंवर जी म.सा. एवं मधुर व्याख्यानी सेवाभावी पूज्या सुशीला कंवर जी म.सा का 29 जून गुरूवार को सुबह 11 बजे सिंगोली नगर में चातुर्मास हेतु भव्य मंगल प्रवेश हुआ।ज्ञात रहे कि पूज्या सतीमंडल कास्यां की ओर से विहार कर सिंगोली पधारे और गुरूवार प्रातः काल 9 से 10 बजे तक कोटा रोड स्थित विरेन्द्र दक के मकान पर गुरूणी मैय्या के सानिध्य में नवकार मंत्र का जाप किया गया उसके पश्चात चातुर्मास के लिए तेजाजी चौक,चौधरी मोहल्ला,अहिंसा पथ,बापू बाजार होते हुए सब्जीमंडी स्थित श्री वर्धमान जैन स्थानक भवन में संघ के श्रावकों की अनुमति लेकर मंगल प्रवेश किया।प्रवेश के अवसर पर आयोजित धर्मसभा में नगर परिषद अध्यक्ष सुरेश जैन (भायाजी बगड़ा),समाजसेवी मुलचंद डांगी,लादुलाल ओस्तवाल मांडलगढ़,सुशील सुराणा,श्यामलाल कावडिया,शेरूमल कोठारी,जितेन्द्र सुराणा बेंगू, राकेश पितलिया पारसोली,गणेश सुराणा कदवासा,दिलीप लसोड़,अनिल लसोड़,कमल लसोड़ कास्यां,सुनिल पोखरणा डाबी,सत्येंद्र सिसोदिया भैसरोड़गढ,एमएल जारोली रावतभाटा,भवरलाल,शांतीलाल मेहता माल का खेड़ा,लक्ष्मीलाल गांधी धांगड़मऊ,मूर्तिपूजक श्रीसंघ के अध्यक्ष भंवरलाल कछाला,मंत्री संजयकुमार नागौरी एडवोकेट,राजू फाफंरिया झांतला अतिथि के रूप में उपस्थित थे।श्री संघ द्वारा सभी आगुतंक अतिथियों का शाल और माला से स्वागत अभिनंदन किया गया।मंगल प्रवेश के अवसर पर आयोजित धर्मसभा को संबोधित करते हुए गुरूणी मैय्या रमिला कंवर जी ने कहा कि संतों की संगत से ही जीवन का उद्धार हो सकता है,संत-सतीयाँ आपके द्वार धर्म की गंगा बहाने के लिए आते हैं।जो पूण्यवान लोग हैं,वे इस धर्म की गंगा में डुबकी लगाकर अपने जीवन को सफल बनाते हैं।पूज्या श्री ने सिंगोली की धरा को तपोभूमि कहते हुए पुराना स्मरण याद कराया कि एक समय यहां तपस्वी श्री कजोडीमलजी महाराज सा का चातुर्मास था और उनके तपोबल से सिंगोली नगर में केशर की वर्षा हुई थी इसलिए इस तपोभूमि का मान रखते हुए इस चातुर्मास में अधिक से अधिक जप तप करके अपने जीवन को धन्य बनाने का प्रयास करें।धर्मसभा में मुधर व्याख्यानी सुशीला कंवर जी म.सा ने बताया कि धर्म का मार्ग ही हमें भव पार लगाने वाला मार्ग है इसलिए हम अपने आपको धर्म के सम्मुख रखकर अपने जीवन को सही मार्ग पर ले जाने का काम करें।बड़े ही पुण्य कर्मों के कारण हमें मनुष्य जीवन मिला है जो अनमोल है,इसे तेरी मेरी में न गवाएँ।अपने आपको धर्म के मार्ग पर लगाकर अपने जीवन को सफल बनाएँ।धर्मसभा में नगर परिषद अध्यक्ष भायाजी बगड़ा,राकेश पितलिया,संघ अध्यक्ष प्रकाशचंद्र नागोरी,दिलीप लसोड,सत्येंद्र सिसौदिया,सुशील सुराणा,भंवरलाल कछाला,सीमा मेहता,सुषमा लसोड़,स्नेहलता मेहता,श्रैयल नागोरी,संजय नागोरी,नाथुलाल गांधी,कन्हैयालाल मेहता ने भी अपने विचार व्यक्त किए।कार्यक्रम का संचालन प्रदीप जैन ने किया और संघ के मंत्री पवन मेहता ने आभार प्रकट किया।