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अमावस की काली रात से पहले गायब हुवा मोहित घर के बाहर मिला बेसुध, जिला अस्पताल में चल रहा उपचार, वर्ष 2014 से अब तक चौथी बार हुई घटना, पायला जन्म होने से परिजनों को तांत्रिक क्रिया पर शक

नीमच। सिटी थाना क्षेत्र अंतर्गत आनेवाले ग्वाल टोली में हैरत करने वाला एक मामला सामने आया है जहा पैर की तरफ से जन्म लेने वाला नीमच का मोहित सिसोदिया पिछले नौ साल से अमावास्य से पहले अचानक लापता हो जाता है और फिर बेहोशी की हालत में घर के आस-पास पड़ा मिलता है। इस बार भी वह चार दिन से लापता था जो 18 जुलाई मंगल वार की अल सुबह 3 बजे के लगभग परिजनों को अपने ही घर के बाहर बेहोशी की हालत में मिला। जिसे परिजन तत्काल जिला अस्पताल लेकर पहुचे है जहा उसका उपचार चल रहा गए।ग्वालटोली के पास गाड़ी लूहार बस्ती निवासी जयप्रकाश सिसोदिया का 22 वर्षी पुत्र मोहित 14 जुलाई की शाम 5 बजे घर से खेलने के लिए निकला था और वापस नही लोटा। जिसकी गुम शुदगी परिजनों द्वरा थाने पर लिखवाई थी और स्वायम भी उसकी तलाश कर रहे थे।जो मंगल वार की सुबह उनके ही घर के बाहर बेसुध अवस्था मे मिला है और उसके शरीर पर चोट के निशान के अलावा सिगरेट से जलने व हाथों में रस्सियों के निशान भी पाए गए है।मोहित के पिता जयप्रकाश सिसौदिया ने बताया कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है बल्कि चौथी बार यह घटना मोहित के साथ हुई है। जब वह 13 साल का था तब वर्ष 2014 में अमावस्य से पहले लापता हो गया था उसके बाद बेहोशी की हालत में घर के पास मिला था फिर 2015 के जून माह में अमावस्या से पहले गायब हुआ और दूसरे दिन घर के पास बेहोश मिला,वर्ष 2016 में मोहित एक बार फिर अमावस्या से पहले गायब हुआ फिर दूसरे दिन ईंट के भट्टों के पास बेहोश  मिला था इस बार वह 14 जुलाई से से लापता था जो आज मंगल वार को अल सुबह घर के बाहर बेहोश मिला है जिसे अब तक होश नही आया है।मोहित के पिता जयप्रकाश सिसौदिया ने बताया कि मोहित का जन्म पैरों की तरफ से हुआ था इसलिए उसे पाया कहा जाता है। ऐसे बच्चों का उपयोग तांत्रिक अपनी तंत्र साधना के लिए करते हैं। पिछले तीन बार मोहित जब-जब लापता हुआ तो उसके शरीर पर तंत्र विद्या के प्रमाण मिले। उसके शरीर पर अनेक सूईयां चुभा रखी थी और कई जले हुए दाग थे। ऐसे में हर बार बेहोश मिलता और अस्पताल में लंबा इलाज कराने के बाद ठीक होता है।मोहित पहली बार गायव हुआ तो तंत्र विद्या के सबूत उसके शरीर पर मिले। उसका शरीर छलनी हुआ था वहीं उसकी आखों में सफेदपन छा गया था और छह महीने तक यह देख नहीं पाया। बाद में इलाज कराने पर ठीक हुआ। दूसरी बार वर्ष 2015 में गायव हुआ तो अमावस्य के बाद मिला उसकी आवाज गायब थी। डेढ़ साल बाद यह बोलने लगा मोहित के पिता जयप्रकाश सिसोदिया का दावा है कि उसे इस बार भी तंत्र विद्या के लिए तांत्रिक उसे उठाकर ले गए  थे।जिस पर तंत्र क्रिया की गई है शरीर पर उसके प्रमाण दिख रहे है।वही मामले में पुलिस भी इस अबूझ पहेली को सुलझा नही पा रही है।पुलिस अब बालक के होश में आने का इंतजार कर रही है।हर बार मोहित का गायब होना आए अमावस बाद बेसुध घर के आस पास मिलना कहि ना कहि यह घटना सीसी टीवी कैमरों में कैद हुई होगी, यदि पुलिस आस पास के सीसीटीवी खंगाले तो मामले में बड़ा खुलासा हो सकता है।

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