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विद्यारंभ संस्कार से हुआ नवीन शिशु मंदिर विद्यालय का शुभारंभ, निकली पोथी यात्रा हुवे विभन्न आयोजन

नीमच। विद्या भारती द्वारा स्थापित 'सरस्वती शिशु मंदिर' स्कूल अंग्रेजी माध्यम की पढ़ाई पर स्विच कर रहे हैं बावजूद इसके वे अब भी भारतीय संस्कृति को जिवंत रख रहे है. दरसल पुराने शहर नीमच सिटी के चौधरी मोहल्ला में सरस्वती शिशु विद्या मंदिर विकास नगर की नवीन शाखा सीबीएसई पैटर्न पर शुरू हुई.सोमावार को स्कूल के शुभारंभ अवसर पर पीपली चौक स्तिथ पांच मंदिर पर सनातन परम्परा के अनुसार विद्यारंभ संस्कार किया गया. इस मौके पर वेद का वेदोक्त विधि से पूजा कर विद्यालय तक वेदों की वेदयात्रा निकाली गई. इस शोभा यात्रा मे राम, लक्ष्मण, हनुमान और विष्णु जी का रूप धर छोटे छोटे बच्चे वेदों को शिरोधार्य कर चल रहे थे. शोभायात्रा का स्थानीय निवासियों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया. पीपली चौक स्थित मंदिर से शुरू हुई यह शोभा यात्रा मुख्य बाजार होते हुए चौधरी मोहल्ला, जैन मंदिर के पास सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय मे जाकर समाप्त हुई.जहा हवन सहित अन्य आयोजन किए गए।उक्त मामले में जानकारी देते हुए सरस्वती शिशु मंदिर के प्राचार्य महेश गदले और शिक्षिका मीना जोशी ने बताया कि जब बच्चों की आयु शिक्षा ग्रहण करने योग्य हो जाय, तब उसका विद्यारंभ संस्कार कराया जाता है. इस समारोह के माध्यम से जहाँ एक ओर बच्चों में अध्ययन का उत्साह पैदा किया जाता है, वही अभिभावकों, आचार्य को भी उनके इस पवित्र और महान दायित्व के प्रति जागरूक कराया जाता है कि बच्चों को अक्षर ज्ञान, विषयों के ज्ञान के साथ श्रेष्ठ जीवन के सूत्रों का भी बोध और अभ्यास भी करवाया जाए।आज सरस्वती शिशु मंदिर की नई संस्था का शुभारंभ वेद यात्रा से किया गया है।

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