सिंगोली(निखिल रजनाती)।नगर के गौरव,वरिष्ठ कवि साहित्यकार जमनेश नागोरी द्वारा रचित पुस्तकें अक्षर अक्षर आलोक एवं मिट्टी की महक का विमोचन 27 अगस्त रविवार को नीमच स्थित होटल श्रेष्टा पैराडाइज में आयोजित गरिमामय समारोह के दौरान एसडीएम ममता शेलेन्द्र खेड़े,कृषि वैज्ञानिक नरेंद्रसिंह सिपानी,डाक्टर रमेश मयंक,वरिष्ठ कवि प्रमोद रामावत,नीमच नगर पालिका अध्यक्ष स्वाति चौपड़ा,नगर परिषद सिंगोली अध्यक्ष सुरेश जैन (भायाजी बगड़ा) के मुख्य आथित्य एवं गरिमामय उपस्थिति में प्रातः 11:30 बजे हुआ।पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में चार चांद लगाने के लिए प्रधान न्यायाधीश कुलदीप जैन विशेष रूप से उपस्थित हुए।आज के अवसर पर वरिष्ठ कवि एवं साहित्यकार जमनेश नागोरी का 82 वां जन्मोत्सव भी मनाया गया।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एसडीएम ममता खेड़े,नीमच नगर पालिका अध्यक्ष स्वाति चौपड़ा,सिंगोली अध्यक्ष सुरेश जैन (भायाजी बगड़ा),डाक्टर रमेश मयंक,नरेंद्रसिंह सिपानी,कवि प्रमोद रामावत ने भाई जमनेश नागोरी के साहित्य प्रेम ओर जनभावना को अपने मुक्तक के माध्यम से कहने के तरीके की तारीफ की और जमनेश नागोरी की आज विमोचित दोनों पुस्तकों की भुरी भुरी प्रशंसा की।पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में जमनेश नागोरी के साथी कवि अब्दुल जब्बार,राधेश्याम मेवाड़ी,नन्दकिशोर निर्जर,रमेश शर्मा ने अपनी कविता के माध्यम से समारोह को ऊचाईयाँ प्रदान की तथा समारोह के अथिति डाक्टर रमेश मयंक ने उपस्थित सभी लोगों की साक्षी से जमनेश नागोरी को मुक्तक सम्राट की उपाधी से अलंकृत किया और बताया कि जमनेश नागोरी की लिखित पुस्तक पीड़ा की पगडण्डी को माॅरिशस के राष्ट्रपति ने एक प्रदर्शनी कार्यक्रम में खुब सराहा इसलिए आज से ये मुक्तक सम्राट कहलाएँगे।पुस्तक विमोचन के साथ साथ जमनेश नागोरी का जन्मोत्सव भी मनाया गया जिसमें परिजनों सहित अनेक सामाजिक संस्थाओं ने नागोरी का स्वागत अभिनंदन करते हुए शतायु होने की कामना की।समारोह में सिंगोली,रतनगढ,डिकेन,मोरवन,नीमच,चित्तोडगढ,प्रतापगढ़, मन्दसौर,रतलाम,इन्दौर,उज्जैन के लोगों सहित पत्रकार बंधु उपस्थित थे।कार्यक्रम का संचालन बृजेश जोशी मंदसौर ने किया।