सिंगोली। कस्बे में परंपरा अनुसार यादें हुसैन मनाते हुए चालीसवे के मोहर्रम का जुलूस निकाला गया। नगर में सदियों से चली आ रही ताजिए निकालकर हजरत इमाम हुसैन की शहादत को याद करने की परंपरा के तहत बुधवार को सिंगोली में मुस्लिम समुदाय ने चालीसवें मोहर्रम का जुलूस निकालकर यादें हुसैन मनाया। इससे पूर्व मंगलवार शाम बड़ी मस्जिद स्थित इमामबाड़ा पर मुकाम लगाया गया। जहां अकीदतमंद लोगों ने फूल अगरबत्ती चढ़ाकर शहीदाने करबला हजरत इमाम हुसैन को खेराजे अकीदत पेश की। कस्बे में परंपरागत मार्गो से होता हुआ ताजिये का जुलूस शाम 5 बजे बापू बाजार पहुंचकर मुकाम लगाया गया। जहां पर मुस्लिम नोजवानो ने अखाड़ा प्रदर्शन कर हैरतअंगेज करतब दिखाये। जुलूस यहां से रात 8 बजे पुनः शुरू होकर रात 11 बजे पुराने थाने के पास स्थित प्रतीकात्मक कर्बला पहुंचा जहां ब्राह्मणी नदी में ताजियों को ठंडा (विसर्जित) किया गया। मोहर्रम के मौके पर आसपास गांव से भी बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोगों ने शिरकत की। मोके पर अकीदतमंदों ने सबिल लगाकर लोगों को शरबत और ठंडा पानी पिलाया। छबील कमेटी द्वारा लंगर का आयोजन भी किया गया। नगर में खेरियत से यादे हुसैन मनाए जाने पर सदर रईस खान,नायब सदर शौकत हुसैन,जमील अब्बासी सहित कमेटी मेम्बर ने कस्बे के मोअज्जिज हजरात नासिर भाई मेव, नोशाद भाई अब्बासी, निसार पठान,जमील मोहम्मद मेव,अनवर हुसैन मेव,अजहर पठान(मोनू)सहित अंजुमन कमेटी की सहयोगी नोजवान कमेटी मेम्बर, छबील कमेटी व समाज के वरिष्ठजनों द्वारा कमेटी को किये गये सहयोग के लिये अवाम व शासन प्रशासन का शुक्रिया अदा किया है।