सिंगोली(निखिल रजनाती)।स्थानीय संस्था सरस्वती शिशु मंदिर अहिंसा पथ शाखा में श्री कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव मनाया गया जिसे गोकुलाष्टमी के रूप में भी जाना जाता है जो विष्णुजी के दशावतारों में से आठवें और चौबीस अवतारों में से बाईसवें अवतार श्रीकृष्ण के जन्म के आनन्दोत्सव के लिये मनाया जाता है।श्रीकृष्ण देवकी और वासुदेव के पुत्र हैं।जन्माष्टमी हिंदू परंपरा के अनुसार तब मनाई जाती है जब माना जाता है कि कृष्ण का जन्म मथुरा में भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि,रोहिणी नक्षत्र के दिन मध्यरात्रि में हुआ था।कार्यक्रम का शुभारंभ श्री कृष्ण पूजन मां शारदा,प्राणवाक्षर ॐ,भारतमाता के पूजन से किया गया।उक्त अवसर पर विद्यालय में श्री कृष्ण राधा सुदामा के स्वरूप में भैया बहिन उपस्थित हुए।इस अवसर पर विद्यार्थियों ने अत्यंत सुंदर नृत्य प्रस्तुत किया।मधुर गीतों पर झूमते नृत्य करते नन्हे-नन्हे बालक बालिकाओं ने सभी का मन मोह लिया।कार्यक्रम का संचालन शाखा प्रभारी दिलीप कुमार कछाला ने किया।उक्त जानकारी प्रचार प्रसार प्रमुख निकिता विश्वकर्मा ने दी।