सिंगोली(निखिल रजनाती)।तेजादशमी से पूर्व नगर में प्रतिवर्षाअनुसार इस वर्ष भी लोकदेवता तेजाजी महाराज की झण्डी ढोल एवं डीजे की धुन पर प्रतीक स्वरुप तेजाजी महाराज को लीलण घोड़ी पर सवार कर तेजाजी के जयकारों व जोत के साथ नगर के प्रमुख मार्गों से चल समारोह निकला।सिंगोली स्थित अतिप्राचीन तेजाजी महाराज के मंदिर में भक्तों की आवाजाही सुबह से ही शुरु हो गई थी,ऐसा माना जाता है कि वीर तेजाजी महाराज के नाम का धागा बांधने पर सांप द्वारा काटे जाने वाले इंसान को बचाया जा सकता है।तेजाजी महाराज की झण्डी को भक्तों ने ढोल,मजीरा,डीजे के साथ नगर भ्रमण कर पुनः तेजाजी महाराज के स्थान तक पहुंचाया।भक्तजनों ने नाचते गाते तेजाजी महाराज के भजनों के साथ झण्डी में सम्मिलित हो नगर भ्रमण करते हुए देवस्थल पर पहुंचकर भक्तों द्वारा लोक देवता तेजाजी महाराज की पूजा-अर्चना कर महाआरती कर प्रसाद वितरण किया गया।तेजाजी महाराज की झण्डी में बड़ी संख्या में महिलाएँ,पुरूष व बच्चे सम्मिलित हुए जो लोकदेवता तेजाजी की भक्ति में रम रहे थे।