नीमच। हिंदू धर्म में भगवान गणेश की उपासना का विशेष महत्व है।विघ्नहर्ता भगवान गणेश प्रथम पूजनीय देवता हैं।मान्यता है कि भगवान गणेश की उपासना करने से सुख-समृद्धि, बुद्धि व बल आदि का आशीर्वाद प्राप्त होता है। हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को भगवान गणेश का जन्मोत्सव धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इस दिन को गणेश चतुर्थी के नाम से भी जानते हैं। इस दिन लोग गणपति को ढोल-नगाड़ों के साथ लाते हैं और उन्हें स्थापित करने के बाद विधि-विधान से पूजा-अर्चना करते हैं और अनंत चतुर्दशी के दिन उन्हें विदा किया जाता है।हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 18 सितंबर को दोपहर 12 बजकर 39 मिनट से प्रारंभ हुई और 19 सितंबर को दोपहर 01 बजकर 43 मिनट तक रही,उदयातिथि मान्य होने के कारण इस साल गणेश चतुर्थी का पावन पर्व 19 सितंबर 2023, मंगलवार को मनाया गया। इस दिन रवि योग का भी शुभ संयोग बना है।ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, 19 सितंबर का दिन गणेश स्थापना के लिए अत्यंत शुभ माना गया है। ऐसा माना जाता है कि भगवान गणेश का जन्म अध्याह्न काल के दौरान हुआ था इसीलिए दोपहर के समय को गणेश पूजा के लिये ज्यादा शुभ माना गया है। नीमच शहर सहित अंचल में मंगलवार को गणेश चतुर्थी बड़े ही धूमधाम वर्षा उल्लास के साथ मनाई गई और पूर्ण विधि विधान से विघ्नहर्ता श्री गणेश की स्थापना भी की गई नीमच शहर में शहर के दशहरा मैदान, लायंस पार्क चौराहा विजय टॉकीज चौराहा गोमाबाई रोड 40 नंबर चौराहा सहित शहर के चूड़ी गली बगाना नीमच सिटी और इंदिरा नगर क्षेत्र में भी कई स्थानों पर गणपति की प्रतिमा स्थापित की गई है। गणपति ग्रुप के सदस्य अंकित चौरसिया ने जानकारी देते हुए बताया कि गणपति ग्रुप द्वारा यह गणेश उत्सव का 21वां वर्ष है इस बार गणपति ग्रुप द्वारा पुणे के मशहूर डगलू सेठ के नाम से प्रसिद्ध गणपति की स्थापना यहां की गई है ग्रुप द्वारा यह 10 दिवसीय उत्सव के दौरान विभिन्न गतिविधियां आकर्षक श्रंगार सुंदरकांड गंगा आरती सहित छप्पन भोग एवं अन्य प्रकार के आयोजन किए जाएंगे। इसी प्रकार आर्यांस ग्रुप विजय टॉकीज चौराहा के सदस्य अंकित एरन द्वारा जानकारी देते हुवे बताया गया कि आर्यांस ग्रुप द्वारा गणपति उत्सव का यह 17 वा वर्ष है इस बार साउथ के पैटर्न पर श्री गणेश विघ्नहर्ता की विशालकाय 21 फीट प्रतिमा का निर्माण मुंबई और महू के कलाकारों द्वारा नीमच में ही किया गया है इस बार 10 दिवसीय गणेश उत्सव के दौरान सनातन धर्म के अनुसार दीपावली होली और राखी के त्यौहार भगवान गणेश के साथ मनाए जाएंगे। यहां बाहर के कलाकारों द्वारा गणेश का विशेष पंडाल महल के रूप में तैयार किया गया है।हर साल गणेशोत्सव का समापन अनंत चतुर्दशी के दिन किया जाता है। इस साल गणेश उत्सव का समापन 28 सितंबर 2023, गुरुवार को किया जाएगा, इस दिन ही देशभर में गणेश विसर्जन किया जाएगा।