नीमच। हृदय रोगों के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से हर साल 29 सितंबर को विश्व हदय दिवस मनाया जाता है। विश्व हृदय दिवस के अवसर पर शुक्रवार को नीमच जिला चिकित्सालय में निशुल्क जांच परामर्श एवं उपचार शिविर का आयोजन किया गया था जिसमें लगभग 50 से अधिक मरीजों ने शिविर का लाभ लिया है।बता दे कि यह दिवस प्रतिवर्ष 29 सितंबर को हृदय रोगों की रोकथाम और उनके वैश्विक प्रभाव के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है।जिला चिकित्सालय नोडल अधिकारी मनीष यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि हृदय रोगों के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से हर साल 29 सितंबर को विश्व हदय दिवस मनाया जाता है।1972 में स्विट्जरलैंड के जिनेवा में स्थापित एक गैर-सरकारी संगठन, विश्व स्वास्थ्य संघ,ने विश्व हृदय दिवस की शुरुआत की थी विश्व हृदय दिवस लोगों को हृदय रोगों -सीवीडी की रोकथाम के बारे में जानकारी देता है। यह तंबाकू सेवन के दुष्प्रभावों, अस्वास्थ्यकर आहार और शारीरिक निष्क्रियता के जोखिमों पर प्रकाशडालता है। इनके कारण हृदय रोग से लगभग 80 प्रतिशत लोगों की असामयिक मृत्यु हो जाती है। विश्व स्वास्थ्य संघ,स्वस्थ हृदय की जीवन शैली को प्रोत्साहित करता है जिसे वह एक मौलिक मानव अधिकार मानता है। विश्व हृदय दिवस के अवसर पर आज नीमच जिला चिकित्सालय में एक दिवसीय हृदय रोगी जांच शिविर एवं परामर्श का आयोजन किया गया है जिसमें लगभग 50 से अधिक मरीजों की यहां निशुल्क जांच की गई है यह एकदिवसीय शिविर था जिसमें 30 से अधिक हार्ट पेशेंट आए थे जिनकी ईसीजी,कोलेस्ट्रॉल और ब्लड की जांच निशुल्क की गई है इसके अतिरिक्त 50 से अधिक मरीज ब्लड प्रेशर और शुगर के भी आए थे जिनकी भी जांच निशुल्क की गई है शिविर के दौरान नीमच के हार्ट केयर सेंटर में पदस्थ डॉक्टर गिरीश कोलंबिया को यहां बुलाया गया है जिनके द्वारा मरीजों का उपचार और परामर्श निशुल्क दिया गया।डॉ गिरीश कोलंबिया ने बताया कि आज विश्व हृदय दिवस के उपलक्ष में नीमच जिला चिकित्सालय में निशुल्क हृदय रोग जांच शिविर का आयोजन किया गया है इसके अंतर्गत ब्लड प्रेशर शुगर एवं प्राइमरी हेल्थ चेकअप हमारे द्वारा यहां किया गया है और हार्ट संबंधी चेकअप के अतिरिक्त मरीजों को परामर्श भी दिया गया है हार्ट की हेल्थ के लिए लोगों को कोलेस्ट्रॉल ब्लड प्रेशर शुगर और उम्र को देखते हुए खान-पान का ध्यान रखना चाहिए, साथ ही हार्ट को स्वस्थ रखने के लिए मरीज को पैदल वाक करना अनिवार्य है ताकि वह स्वस्थ रह सके।