नीमच। प्रदेश की बड़ी मंडियों में शामिल नीमच कृषि उपज मंडी में वैसे तो कई अव्यवस्थाएं हैं जिनके कारण किसान परेशान होते रहते हैं परंतु वर्तमान में नीमच में पदस्थ हुए नवजात मंडी सचिव उमेश बसेड़िया शर्मा द्वारा किसानों की समस्याओं का निराकरण करने व नई मंडी मैं अधिक से अधिक उपज की नीलामी को लेकर प्रयास शुरू किए गए हैं इसी कड़ी में शुक्रवार को मंडी सचिव उमेश बसेड़िया शर्मा ने मंडी परिसर का ओचन निरीक्षण किया जहां उन्होंने लहसुन मंडी धान मंडी सहित अन्य उपज क्षेत्र का निरीक्षण करते हुए वहां मौजूद किसानों की समस्याओं को जाना और निराकरण के आश्वासन भी दिए, मंडी सचिव ने व्यापारियों से भी चर्चा की है इसके अतिरिक्त मंडी सचिव एवं व्यापारियों के बीच नई कृषि उपज मंडी में अधिक से अधिक उपज की नीलामी को लेकर निरंतर बैठक भी आयोजित की जा रही है। इस मामले में मंडी सचिव उमेश बसेड़िया शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि हमारे द्वारा निरंतर मंडी परिसर का निरीक्षण किया जा रहा है किसने की कुछ समस्याएं देखने व सुनने को मिली है जिसके समाधान भी हमारे द्वारा किए जा रहे हैं अधिकतर समस्याएं वाहन पार्किंग जाम और ढेर को लेकर नीलामी की थी इसके निराकरण हमारे द्वारा किए जा रहे हैं वैसे तो मंडी में आढ़त प्रथा बंद है परंतु कुछ उपज में आढ़त को लेकर अलग नियम है केवल धान मंडी में आढ़त नहीं हो सकता यदि होता है तो उस पर ध्यान दिया जाएगा,किसान और मंडी हम्मालों के बीच हम्माली को लेकर भी मामले सामने आए हैं इसको लेकर धीरे धीरे ढेर प्रथा खत्म किए जाने के प्रयास कर रहे हैं नई मंडी में 10 टन के कांटे लगाने की प्रक्रिया की जा रही है जिसमें किसानों को मात्र 30 रु प्रति ट्रॉली देना होगा, जिससे किसानों के ऊपर अतिरिक्त भार न पड़े और उन्हें आर्थिक नुकसान ना हो। हम्मालों एवं तुलावटियों के संबंध में भी प्रबंध संचालक द्वारा नए सर्कुलर जारी किए गए हैं भविष्य में सिस्टम को सेंट्रलाइज करने की संभावना है इसके अतिरिक्त मंडी शेड में व्यापारियों के माल को लेकर भी मामला सामने आया है यदि व्यापारी मंडी शेड में एक-दो दिन अपना माल रखते हैं तो कोई परेशानी नहीं है लेकिन यदि वही माल लंबे समय तक रखा जाता है तो उसके लिए उड़न दस्ता बनाया गया हैं जो निरंतर मंडी में सर्वे करेंगा और व्यापारी पर 12 से 15 रु पेनल्टी प्रावधान के अनुसार लगाई जाएगी। मंडी व्यापारियों से भी निरंतर बैठक का दौर चल रहा है आगामी वर्ष में संभावित अधिक से अधिक बड़ी जींसे नई मंडी में शिफ्ट कर उनकी नीलामी प्रारंभ की जाएगी। वर्तमान में नई मंडी में गेहूं की नीलामी का कार्य निरंतर चल रहा है।