सिंगोली(निखिल रजनाती)।विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई और नाम निर्देशन का काम सम्पन्न होने के बाद नामांकन पत्रों की जाँच से आगे के क्रम में नाम वापसी के पश्चात अगले महीने की 17 तारीख को किये जाने वाले मतदान के लिए विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमाने वाले उम्मीदवारों की तस्वीर स्पष्ट हो जाएगी लेकिन चुनावी हथकण्डे तो शुरू हो ही गए हैं क्योंकि जिन्हें स्पष्ट रूप से चुनाव लड़ना ही है वे उम्मीदवार तो मैदानी जमावट में पूरी तरह से जुट गए हैं इसी बीच एक खबर यह भी आ रही है कि चुनाव प्रबंधन के लिए उम्मीदवार जिन्हें अपना समझकर जिम्मेदारी सौंप रहे हैं उन्होंने अभी से सम्बंधित को चूना लगाना शुरू कर दिया है और बिचौलियों ने फिलहाल तो अपनी जेबें गरम कर ली है।आमजनमानस में भी इस तरह की चर्चाएं व्याप्त हो रही है कि इस बार के विधानसभा चुनाव में जावद क्षेत्र में भाजपा और कांग्रेस दोनों प्रमुख प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार धनाढ्य होने से चुनाव में खुलकर पैसा खर्च हो सकता है लेकिन चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित की गई खर्च की लिमिट का भी पूरा ध्यान रखना होगा क्योंकि आयोग द्वारा विधानसभा चुनाव क्षेत्र में प्रत्येक गतिविधियों पर बारीकी से कड़ी निगरानी की जा रही है फिर भी चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों द्वारा चुनावी मैनेजमेंट किया जा रहा है जिसमें जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक जहाँ उम्मीदवार द्वारा जो राशि जिस काम के लिए दी गई बिचौलियों ने उसमें से 25 प्रतिशत ही रकम खर्च करके शेष 75 प्रतिशत रकम अपने स्वयं के पास रखकर अपनी खुद की जेबें भर ली है वहीं कुछ लोगों ने तो मैनेजमेंट के नाम पर अपने खुद के व्यक्तियों का भला करवा दिया लोगों का यह भी कहना है कि यह तो एक बानगी है जैसे जैसे मतदान की तारीख नजदीक आती जाएगी नित नए नए किस्से सामने आएँगे।