logo

धर्म का पालन करने वाले व्यक्ति के जीवन में आये सारे संकट दूर हो जाते हैं - मुनिश्री सुप्रभ सागर

सिंगोली(माधवीराजे)।कल्पवृक्ष से मांगना पड़ता है परन्तु धर्म बिना मांगें सब कुछ देता है।धर्म सांसारी प्राणियों का सच्चा साथी है,धर्म का पालन करने वाले व्यक्ति के जीवन में आये सारे संकट दूर हो जाती है।यह बात नगर में चातुर्मास हेतु विराजमान मुनिश्री सुप्रभ सागर जी महाराज ने 8 नवंबर बुधवार को प्रातःकाल धर्मसभा को संबोधित करते हुए कही।मुनि श्री ने कहा कि परन्तु वर्तमान में धर्म को ही सबसे बड़ा संकट मानते है और उससे दूर भागते है।धर्म से दूर भागने वाला कभी भी सुखी नहीं हो सकता है। धर्म वह रसायन है जो भी धारण करने वाला है वह सदा के लिए जन्म-मृत्यु-जरा को नष्ट कर देता है।कई लोग धर्म को ऊपर से शॉल के समान ओढते है वे अभी सच्चे धर्म से बहुत दूर है।ऊपर से धर्म को धारण करने वाले जीव को अन्य भव में भी दुःख नहीं प्राप्त होता है।धर्म के ऊपर से धारण करना वाला इस भाव में भले ही धर्म को कर रहा है परन्तु वह धर्म उसके साथ नहीं जा सकता है क्योंकि शरीर से धर्म को स्वीकारा और वह शरीर व्यर्थ है।देहाश्रित दृष्टि समीचीन नहीं होती है वह तो संसार का कारण बन जाती है।

Top