नीमच। जिले में 9 दिसम्बर शनिवार को इस वर्ष की चौथी और अंतिम नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया।जिला मुख्यालय नीमच तथा तहसील मुख्यालय मनासा एवं जावद न्यायालय परिसर में माननीय राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली एवं मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के निर्देशानुसार शनिवार को नेशनल लोग अदालत का आयोजन किया गया है। नेशनल लोक अदालत के माध्यम से दीवानी प्रकरणों, शमनीय आपराधिक प्रकरणों, राजस्व,पारिवारिक विवाद, मोटर दुर्घटना के क्लेम प्रकरणों एवं बैंकों, विद्युत विभाग, बीएसएनएल, नगरपालिका आदि से संबंधित लंबित एवं प्रीलीटिगेशन आदि अधिक से अधिक प्रकरणों का निराकरण आपसी सुलह और समझौते के माध्यम से किये जाते है।नेशलनल लोक अदालत की विधिवत शुरुवात प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुशांत हुद्दार, विशेष न्यायाधीश अजय कुमार टेलर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव विजयकुमार सोनकर, जिला न्यायाधीश श्रीमती सोनल चौरसिया एवं अरविन्द दरिया सहित समस्त न्यायिक अधिकारीगण,जिला विधिक सहायता अधिकारी की उपस्थिति में की गई।प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुशांत हुद्दार ने जानकारी देते हुवे बताया कि सालसा के तहत विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा लोक अदालत का आयोजन किया गया है यह लोक अदालत इस वर्ष की अंतिम और चौथी लोक अदालत है हमारे द्वारा वर्ष भर तय कार्यक्रमों के आधार पर लोक अदालत आयोजित की गई है लोक अदालत के माध्यम से अधिक से अधिक राजीनामे योग्य प्रकरणों के निराकरण कराए गए हैं आज की लोक अदालत के लिए जिले में 16 खंड पीठों का गठन किया गया है जिसमें नीमच में 9 मानस में 3 और जावद में 4 खंडपीठ गठित की गई है जिले में राजीनामें योग्य 5744 लंबित मामले लोक अदालत में रेफर किए गए हैं जिसमें प्रिलिटीगेशन के 4823, अपराधिक मामले 1518,निथोसीबल एक्ट के 2068 मामले, मोटर दुर्घटना के 134, वैवाहिक प्रकरण 478 ओर अलग अलग अदर 219 ओर 216 मामले लोक अदालत में रेफर किये गए है जो राजीनामे योग्य है को लोक अदालत में रेफर किये है जिन में अधिक से अधिक राजिनामे होने की संभावना है।