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सिक्ख समाज के धर्म गुरु

गोविन्दसिंहजी के 357 वे प्रकाश पर्व पर निकाला नगर कीतर्न,सुसज्जित बस में नगर भृमण पर निकले बाबाजी 

नीमच। सिक्ख समाज के धर्म गुरु गोविन्दसिंहजी के 357 वे प्रकाश पर्व के अवसर पर आज रविवार को पूर्वान्ह 11 बजे से नगर कीर्तन की शुरूआत नपा कार्यालय के सामने स्थित गुरुद्वारे से की गई।आकर्षक व सुसज्जित बस में सवार होकर बाबाजी की पालकी नगर भ्रमण पर निकली,इस नगर कीर्तन की खास विशेषता यह रहती है कि समाज की मातृ शक्ति नगर कीर्तन के रास्ते को अपने हाथों से झाड़ू लगाती हुई साफ करती चलती है। राह में बिछे कांटे, कंकर को साफ कर जहाँ वो समाज को स्वच्छता का संदेश देती है वहीं पूरा सिक्ख समाज प्रेम,भाईचारा,आत्मीयता व राष्ट्र की एकता व अखण्डता का नारा बुलंद करता है।कुल मिलाकर साम्प्रदायिक सौहार्द्र का एक अद्भुत संगम होताहै नगर कीर्तन।सिक्ख समाज विकास समिति के अध्यक्ष हरभजनसिंह सलूजा,सचिव सतपालसिंह छाबड़ा, कोषाध्यक्ष संदीपसिंह सलूजा,मीडिया प्रभारी मनदीपसिंह गौत्रा ने सयुक्त रूप से जानकारी देते हुवे बताया कि आज 14 जनवरी को पूर्वान्ह 11बजे से शाम 5 बजे तक नगर कीर्तन निकाला गया। नगर कीर्तन का विशेष आकर्षण कोटा की गतका पार्टी के हैरतअंगेज करतब रहें।श्री सलूजा व श्री गौत्रा ने बताया कि श्री गुरुग्रंथ साहिबजी की पालकी के नगर भ्रमण के लिए विशेष तौर पर कोटा से स्पेशल बस मंगाई गई थी।प्रात: 11 बजे नपा कार्यालय के सामने स्थित गुरूद्वारे से नगर कीर्तन प्रारम्भ हुवा, जो लायंस पार्क, गांधी भवन के पीछे से होता हुआ जेन भवन मार्ग से होता हुआ टैगोर मार्ग पर पहुचा, यहाँ से कमल चौक,फव्वारा चौक, बारादरी,घंटाघर,नया बाजार,जाजू बिल्डिंग होता हुआ पुनः फोर जीरो से राजमंदिर टॉकीज होता हुआ गुरूद्वारे तक पहुचा।जहा नगर कीर्तन का समापन किया गया।इसी कड़ी में 15 जनवरी को प्रात: 9 बजे से श्री अखण्ड पाठ साहिब का आरम्भ होगा।जिसकी समाप्ति 17 जनवरी को प्रातः 9 बजे होगी। इसके पश्चात् हजूरी रागी जत्था द्वारा शबद कीर्तन किया जीएगा।क्रायक्रम की श्रंखला में 17 जनवरी को रात्रि 7.30 बजे से 9.30 बजे तक हजूरी रागी जत्था द्वारा शबद कीर्तन किया जाएगा। रात्रि 9.30 बजे से 11 बजे तक स्त्री सत्संग द्वारा शबद कीर्तन उसके उपरांत आरती,फूलों की बरखा,अरदास व आतिशबाजी के साथ हर्षोल्लास से 357 वाँ प्रकाश पर्व मनाया जाएगा।

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