कुकडेश्वर--मनोज खाबिया कुकडेश्वर पार्श्वनाथ की धन्यधरा पर ध्वजारोहण के पुर्व अत् विराजित साध्वी वर्याओं के परम सानिध्य में धर्म आराधना के साथ अनुष्ठान भी हो रहै है इसी के तहत रविवार को प्रभु पुजन वंदन के पश्चात पुज्य श्री आर्य श्री जी मसा के 36 वीं ओली जी का पारणा सम्पन्न हुआ।इसी कड़ी में जैन सराय में विधी विधान पुर्वक ज्ञान की देवी सरस्वती माता जी के चित्र यंत्र की पूजा महिलाओं, बच्चों,युवक, युवतियों को साहेब जी के द्वारा करवायी गयी उक्त अवसर पर परम पूज्या श्री मोक्ष ज्योति श्री जी ने फरमाया कि जिवन में मानव मात्र को ज्ञान की आवश्यकता होती है ज्ञान से धर्म आराधना होती और जहां ज्ञान और धर्म होता वहां पर श्रीजी लक्ष्मी व लब्दी विराजमान रहती है।इसी क्रम में आदर्श ज्योति श्री जी ने पारणा प्रंसग पर कहा कि तप करना और तप की अनुमोदना करने से मोक्ष का मार्ग प्रशस्त होता है आदि ठाणा 4 के परम सानिध्य में सकल जैन समाज धर्म आराधना में लगा है आप श्री जैन उपाश्रय में विराजमान होकर नित्य प्रातः 9 --30 बजे से 10--30 बजे तक जैन सराय में प्रवचन दे रहे हैं ।