नीमच। नीमच सिटी थाना क्षेत्र अंतर्गत आनेवाले मनासा रोड़ पर स्थित ट्रॉन्सपोर्ट व्यवसाई के यहां उन्ही के कर्मचारी की लाश फाँसी के फंदे पर लटकी मिली थी,जो हत्या थी परंतु उसे आरोपियों ने आत्महत्या का रूप दिया था।इस मामले में जानकारी में यह भी सामने आया है कि ट्रॉन्सपोर्ट व्यवसाई गोर्वधन बाफना के किसी महिला के साथ अवैध संभंध थे जिसके आपत्ति जनक आडियो वीडियो संतोष के पास थी और वह गोर्वधन बाफना को ब्लैक मेल कर रहा था जिस को लेकर आरोपी गोर्वधन बाफना ने अपने पुत्र महेंद्र बाफना ओर लोकेश सोलंकी के साथ मिलकर संतोष को मौत के घाट उतारा था ओर उसे खुदके ही ट्रॉन्सपोर्ट पर फांसी के फंदे पर लटका दिया,जिससे ऐसा प्रतीत हो कि संतोष ने आत्महत्या की है परंतु संतोष की लाश में मुह में कपड़ा ठूसा हुवा था और हाथ पीछे बंधे हुवे थे,जिसके बाद उक्त मामले में परिजनों ने हत्या की आशंका जाहिर की थी वही इसी मामले में समाज स्तर पर भी कई ज्ञापन एसपी को दिए गए थे व दोषियों पर कार्यवाही की मांग की थी जिसके लंबे समय बाद पुलिस ने संतोष हत्या कांड मामले में खुलासा कर 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया।जिनमे से 2 आरोपी महेंद्र बाफना ओर लोकेश सोलंकी को बीते 2 दिन पूर्व न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया,वही गोर्वधन बाफना बीमारी का बहाना बना कर जिला हॉस्पिटल में भर्ती हो गया था जिसे गुरुवार देर शाम पुलिस द्वारा अस्पताल से छुट्टी दिला कर जेल भेज दिया है।संतोष हत्या कांड मामले में लोकेश की भूमिका अहम निकलकर सामने आ रही है। लोकेश ने ही गोवर्धन बाफना के कहने पर महेंद्र बाफना के साथ मिलकर संतोष मेघवाल का गला दबाया था।इसके बाद उसे फंदे पर लटका दिया था। पुलिस ने लोकेश को मुख्य आरोपी बनाया है।जानकारी अनुसार नीमच सिटी निवासी लोकेश सोलंकी की संतोष हत्या में अहम भूमिका निकलकर सामने आई है। यह वही लोकेश है। जिसने 3 साल पहले शहर के स्कीम नंबर 36 स्थित अक्षय गोयल की कार के बोनट में 1 किलो अफीम रखी थी और खुद ही मुखबिर बनकर पुलिस को इत्तला की थी।प्रतिष्ठित व्यक्ति को अफीम के केस में झूठा फंसाने के आरोप में जावद पुलिस के 6 पुलिसकर्मियों को सेवा से बर्खास्त भी कर दिया था।