सिंगोली/मोरवन(निखिल रजनाती)।छात्र हित,शिक्षा हित व समाज हित के ध्येय को पूर्ण करने में सतत प्रयत्नशील शिक्षकों,शालाओं को भामाशाह के रूप में समय समय पर सहयोग करने वाले नागरिकों एवं बच्चों को गुणवत्तापूर्ण मध्यान्ह भोजन प्रदान करने वाले समूह संचालकों को 15 मार्च शुक्रवार को जनशिक्षा केंद्र जनकपुर-मोरवन द्वारा एक समारोह में सम्मानित किया गया।जनशिक्षा केंद्र प्रभारी एमएल वर्मा,जनशिक्षक पीएल पाटीदार,रमेश गोस्वामी ने आयोजन को लेकर संयुक्त वक्तव्य में बताया कि क्षैत्र की शालाओं में नई शिक्षा नीति के अंतर्गत एफएलएन,दक्षता उन्ययन,बेहतरीन गतिविधि,शाला में नियमितता,अकादमी कार्य में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों अतिथि शिक्षकों व ग्रामीण क्षेत्र की शालाओं में समय समय पर सहयोग करने वाले गणमान्य नागरिक बंधुओं एवं शासन की महत्वपूर्ण योजना पीएम पोषण गुणवत्तापूर्ण मेनू अनुसार प्रदान करने वाले स्वसहायता समूहों के अध्यक्षों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।आयोजन में 24 शालाओं में लगभग 30 शिक्षकों,चार स्वसहायता समूहों व सात भामाशाह रूप में सहयोगी दानदाताओं को सम्मानित किया गया।आयोजन की अध्यक्षता प्रवीण नागोरी सरपंच दडौली द्वारा की गई।इस अवसर पर जनशिक्षक पीएल पाटीदार द्वारा कक्षा 5 वीं और 8 वीं में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को भी सम्मानित किए जाने की जानकारी दी।प्रभारी एमएल वर्मा ने बताया कि ऐसे आयोजन प्रतिवर्ष व व्यापक स्तर से किए जाएँगे।इस सत्र में कक्षा 5 वीं में प्रथम आनेवाले छात्र को 1 हजार रुपए व कक्षा 8 वीं में 1500 रुपये व 10 वीं में 2 हजार रुपए तथा कक्षा 12 में प्रथम आने वाले छात्र को 2500/ रूपये पारितोषिक प्रदान करने की घोषणा की गई।कार्यक्रम में सम्मानित होने वाले शिक्षक लालसिंह जाट,विरेन्द्रसिंह भाटी,अंबालाल मेघवाल,साधना बैरागी,सीमा साहू ने भी अपने विचार व्यक्त किए।कार्यक्रम का संचालन कर रहे जनशिक्षक रमेश गोस्वामी ने बताया कि जनशिक्षा केंद्र के सभी कार्य संतोषजनक रहते हैं और समय पर वरिष्ठ कार्यालय को जानकारियां दी जाती हैं उसमें आप सभी शिक्षकों का योगदान है।छात्रों का सर्वांगीण विकास आपका हमारा ध्येय है।सभी निष्ठा से अपने कर्तव्य को निभा रहे हैं।सभी सम्मानित शिक्षकों का अभिनंदन किया गया।कार्यक्रम में अंत मे जनशिक्षक पीएल पाटीदार द्वारा आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आगामी 17 मार्च को आयोजित साक्षरता परीक्षा को सेवा के रूप में स्वीकार कर सम्पन्न करें।हम सब मिलकर साक्षरता के पावन लक्ष्य को पूर्ण करने में सहयोगी बनेंगे।स्वल्पाहार चाय के पश्चात कार्यक्रम का समापन किया गया।