सिंगोली(निखिल रजनाती)।विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के अंतर्गत राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई क्रमांक एक श्री वीरेंद्रकुमार सकलेचा शासकीय महाविद्यालय सिंगोली के सात दिवसीय आवासीय शिविर के चौथे दिन कार्यक्रम अधिकारी रामबाबू शर्मा के मार्गदर्शन में स्वयंसेवकों ने ग्राम धनगांव में जल प्रबंधन और पर्यावरण संरक्षण की रैली निकाली एवं संबंधित नारे लगाते हुए ग्रामीणों को प्रेरित किया तत्पश्चात स्वयंसेवकों ने शासकीय माध्यमिक विद्यालय के आसपास के क्षेत्र में स्वच्छता अभियान चलाकर श्रमदान किया।दोपहर को बौद्धिक सत्र में संस्कार विद्या निकेतन के प्रबंधक विशाल जैन ने मां सरस्वती एवं प्रेरणा पुरुष स्वामी विवेकानंदजी के चित्र पर माल्यार्पण कर एवं दीप जलाकर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया जिसके पश्चात स्वयंसेवकों के द्वारा सरस्वती वंदना की गई। सत्र की अध्यक्षता महाविद्यालय के कीड़ा अधिकारी डॉक्टर हरिप्रकाश मिश्रा ने की वहीं कार्यक्रम में मुख्य वक्ता प्रबंधक एवं समाजसेवी विशाल जैन रहे। अतिथि परिचय एवं स्वागत उद्बोधन स्वयंसेवक रमन सोनी व हंसराज राठौर के द्वारा दिया गया।मुख्य वक्ता ने अपने संबोधन में कहा कि विद्यार्थी जीवन में अनुशासन आवश्यक है क्योंकि हर परिस्थिति से लड़ने के लिए हमें धैर्यवान और शिक्षित होना जरूरी है।आपने विद्यार्थियों को जल प्रबंधन के बारे में विस्तार से बताया।वर्तमान समय में पीने का पानी बहुत बड़ी समस्या है इसको बचाना परम आवश्यक है क्योंकि पृथ्वी पर जल पर्याप्त मात्रा में है लेकिन पीने के पानी की अत्यंत कमी है।आने वाला तीसरा विश्व युद्ध शायद जल के लिए ही होगा वर्तमान समय में पर्यावरण का संरक्षण भी अत्यंत आवश्यक है।पेड़ पौधों की अंधाधुंध कटाई और रासायनिक दवाओं का अत्यधिक उपयोग भूमि को बंजर कर रहा है जिसके कारण विभिन्न प्रकार की बीमारियां हो रही है और दिन प्रतिदिन हमें असंख्य नई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।आपने बताया कि हम एक नियमित दिनचर्या के द्वारा जीवन भर स्वस्थ रह सकते हैं और पहला सुख निरोगी काया है, इफैक्टों से बचा सकता है।आपके उद्बोधन के द्वारा विद्यार्थियों को जल प्रबंधन और पर्यावरण संरक्षण से संबंधित बहुत कुछ नई जानकारियां सीखने को मिली इसके पश्चात आपने विद्यार्थियों से एक सार्थक चर्चा भी की और विद्यार्थियों की विभिन्न समस्याओं का समाधान किया।आपने बताया कि संविधान में मूल अधिकारों के साथ नागरिकों के कुछ कर्तव्य भी जुड़े हुए हैं,अगर प्रत्येक नागरिक अपने कर्तव्यों का पालन करे तो शायद जल प्रबंधन और पर्यावरण संरक्षण में देश को बहुत अधिक लाभ होगा और हम अपने देश के लिए देशहित में एक अच्छे नागरिक होने का कर्तव्य निभा सकते हैं जो कि एक स्वयंसेवक होने के नाते परम आवश्यक है।अंत में आपने बताया कि प्रत्येक स्वयंसेवक का यह कर्तव्य है कि वह अधिक से अधिक लोगों को जल प्रबंधन और पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूक करें इसके पश्चात सिविल में होली मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें सभी स्वयंसेवकों ने उत्साहपूर्वक एक दूसरे को रंग,अबीर और गुलाल लगाकर होली के पावन पर्व की शुभकामनाएं दी।अंत में स्वयंसेवक भावना और आरती धाकड़ के द्वारा सभी का आभार व्यक्त किया गया।