सिंगोली(निखिल रजनाती)।मेवाड़ प्रान्त के राजस्थान में स्थित दिगम्बर जैन श्री पार्श्वनाथ तपोदय तीर्थ क्षैत्र बिजोलियाँ में केवल ज्ञान दिवस पर 29 मार्च शुक्रवार को आयोजित वार्षिक मेले में श्रद्धालु उमड़े,इस दौरान विभिन्न धार्मिक आयोजन हुए। सुबह सात बजे बड़े बाबा के मन्दिर में शान्तिधारा व अभिषेक हुआ व केवल ज्ञानस्थली पर ध्वजारोहण विनोदकुमार,सोमेशकुमार महुआ वालों ने किया।इस मौके पर जबलपुर मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के न्यायाधीश विमला जैन का तीर्थ क्षैत्र कमेटी की और से स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया गया उसके बाद गगन विहार पार्श्वनाथ भगवान के मन्दिर में संगीतमय सामुहिक पूजन हुआ और दोपहर में आचार्य विद्यासागर भवन में पाठशाला की बालिकाओं ने मंगलाचरण प्रस्तुत किया।इस मौके पर कमेटी का खुला अधिवेशन हुआ जिसमें तीर्थ क्षैत्र कमेटी के महामंत्री ने हिसाब प्रस्तुत किया।कार्यक्रम के दौरान वात्सल्य वारिधि आचार्य श्री वर्धमान सागर जी महाराज के परम प्रभावक शिष्य मुनि श्री सुप्रभ सागर जी महाराज द्वारा प्रतिदिन एक सुविचार लिखा जाता है जिसका एक लघु पुस्तिका के रुप में श्री विद्यावर्धमान समूह,खण्डवा द्वारा चिन्तन कणिका का प्रकाशन किया गया।पूर्व में तीन भाग का प्रकाशन किया गया है,यह चतुर्थ भाग का प्रकाशन परम पूज्य चारित्र चक्रवर्ती प्रथमाचार्य शान्तिसागर जी महाराज के आचार्य पदारोहण शताब्दी वर्ष में पुस्तक कणिका भाग चार का विमोचन मदनलाल, बाबूलाल, संजयकुमार, पंकजकुमार, रिंकुकुमार सांवला परिवार धनगाँव वालों के सहयोग से किया गया।इस मौके पर मेवाड़ प्रान्त की प्रतिभाओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया वहीं मुनिश्री सुप्रभ सागर जी महाराज ने धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमें केवल ज्ञान दिवस पर भगवान पार्श्वनाथ के आदर्श व सिद्धान्त को अपने जीवन में उतारना चाहिए,धर्म के क्षैत्र में आगे बढने का प्रयास करना चाहिए।गगन विहारी श्री पार्श्वनाथ भगवान का महामस्तकाभिषेक भक्ति भाव के साथ सम्पन्न हुआ।कार्यक्रम का मंच संचालन सुरेश पटवारी ने किया।इस वार्षिक मेले में मेवाड़ प्रान्त के साथ साथ हाड़ौती प्रान्त, मालवा प्रांत व विभिन्न क्षेत्रों के समाजजन उपस्थित थे।