नीमच। मुस्लिम समाज के लिए रमज़ान का महीना बहुत ही पवित्र माना जाता है। समाजजन इस महीने में खूब इबादत करते है रोजा रखते है और अपने रब से दुआ मांगते है।यह क्रम निरन्तर जारी है हुसैनी मस्जिद,नीमच दरवाजा जावद मे पीर-ए-तरीक़त हज़रत सैयद मोहम्मद आक़ील अख्तरुल क़ादरी साहब अलयहिर्रहमा की रूहानी सरपरस्ती मे एवं जावद शहर काजी सैयद आदिल कादरी द्वारा मौला-ए-क़ायनात के शहादत के मौक़े पर हर साल की तरह इस साल भी रमजान माह की 21 वीं तारीख को रोजा इफ्तार करवाया गया। बज्मे कादरी फाउंडेशन ग्रुप की ओर से करवाए गए रोजा इफ्तार में बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।आपको बता दे कि जावद शहर काजी सैयद मोहम्मद आकिल साहब का इंतकाल भी उर्दू की 21 तारीख को ही हुआ था और इस्लामी महीने की हर 21 तारीख को तकरीर का प्रोग्राम बाद नमाजे ईशा हुसैनी मस्जिद में होता है। इस मौके पर जावद हाफिज नईम इकबाल साहब कोटा एवं रोजेदारों ने अमन चौन की दुआ मांगी। रोजा इफ्तार आयोजन में बड़ी संख्या में मुस्लिम धर्मावलंबी शामिल रहे। राजस्थान के चित्तौड़गढ़ एकता नगर ओछड़ी से सुफि संत आजाद शाह कादरी चिश्ती साहब भी इफ्तार के प्रोग्राम में शामिल हुए उन्होने सबसे पहले आस्तानाए कादरीया पर हाजरी दी,फुल पैश कीये एवं दुआ मांगी। इफ्तार आयोजन में बज्मे कादरी फाउंडेशन के समस्त मेम्बरो का सराहनीय योगदान रहा। उक्त जानकारी मीडिया प्रभारी हबीब राही द्वारा दी गई।