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सिंगोली में खुलेआम चल रहा है आईपीएल क्रिकेट का सट्टा 

हर मैच पर लगता है लाखों का दाँव 

सिंगोली(निखिल रजनाती)।बीती 21 अप्रेल रविवार को डबल हेडर मुकाबले में कोलकाता के ईडन गार्डन स्टेडियम में इन्डियन प्रीमियर लीग 2024 के रॉयल चैलेंजर्स बैंगलौर बनाम कोलकाता नाईट राइडर्स के टी-20 क्रिकेट मैच के पहले मुकाबले में सिंगोली कस्बे में भी पिछले वर्षों की भाँति इस वर्ष भी क्रिकेट सट्टे का जमकर कारोबार हुआ है।सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यहाँ प्रत्येक मैच पर 60-70 लाख रु. से लेकर एक से डेढ़ करोड़ रु. तक के दाँव मैचों पर लग जाते हैं। यहाँ यह उल्लेखनीय है क़ि जब से टी-20 आईपीएल क्रिकेट मैच शुरू हुए हैं तब से इस साल लीग का यह सत्रहवाँ संस्करण है।क्रिकेट सट्टे का कारोबार भी उस समय से आज तक तेजी से बढ़ता जा रहा है।स्थानीय पुलिस इतनी मासूम है कि उसे इन गतिविधियों का तो पता ही नहीं इसके अलावा भी कोई मजबूरी पुलिस की हो तो वही जाने क्योंकि सट्टातन्त्र की जड़ें इतनी गहरी और मजबूत है कि पुलिस ने कभी हिम्मत ही नहीं की कि सट्टे पर अंकुश लगाया जाए।कस्बे में इन दिनों बढ़ी गतिविधियों से व्यापारियों का नगर कहा जाने वाला सिंगोली कस्बा मानों सटोरियों का शहर बन गया है।सूत्र बताते हैं कि मोबाईल पर संचालित इस काले कारोबार के चुनिन्दा ठिकाने स्थानीय पुलिस से छिपे हुए नहीं है अथवा नहीं मालूम है तो भी पता लगाने की जिम्मेदारी पुलिस की है परन्तु सारी हदें पार होती दिखाई दे रही हैं।क्रिकेट मैच के सबसे तेज और छोटे प्रारूप के आईपीएल क्रिकेट मैच की हर गेन्द पर सटोरिए लाखों का दाँव लगाकर किस्मत आजमा रहे हैं। बताया जा रहा है कि कुछ स्थानीय सट्टा खाईवालों द्वारा मोबाइल के अलावा भी अलग से डायरियों में लगे परिवर्तित नामों के खातों में हिसाब का लेखा-जोखा लिखा जाता है। सिंगोली कस्बे में तो खुल्लम-खुला चल ही रहा है लेकिन स्थानीय सटोरियों के तार रतनगढ़,डिकेन,जावद,नीमच, मनासा,पिपल्यामण्डी,मंदसौर के साथ ही राज. के बेगूँ,चित्तोड़गढ़,निम्बाहेड़ा, रावतभाटा और कोटा से भी जुड़े हुए हैं और इसी कारण लंबी सेटिंग के चलते एक दिन में एक ही मैच पर लगभग एक करोड़ रु.का सट्टा कारोबार बन जाता है जबकि एक ही दिन में दो मैच होने पर कारोबार की रकम भी दोगुनी हो जाती है।सिंगोली में दिनों दिन तेजी से फल-फूल रहे क्रिकेट सट्टा कारोबार की लत का शिकार हो रहे हैं नवयुवक अमीरजादे।अपराधमुक्त वातावरण के निर्माण और युवा पीढ़ी को आर्थिक व मानसिक बर्बादी से बचाने के लिए जिले के संवेदनशील पुलिस कप्तान को आवश्यक कदम उठाकर पुलिस की साख व सम्मान को बरकरार रखने का प्रयत्न करना चाहिए।

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