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धर्मप्रिय और लोकप्रिय बनने से पहले परिवार प्रिय बनना जरूरी है- साध्वी प्रवृद्धि  श्री जी मसा ने धर्म सभा को संबोधित किया

नीमच। धर्म प्रिय लोकप्रिय बनने से पहले परिवार प्रिय बनना आवश्यक है , धर्म प्रिय व्यक्ति लोकप्रिय होता ही है और लोकप्रिय व्यक्ति परिवार प्रिय होता ही है। अपना परिवार जिसे प्रिय नहीं या जो परिवार को प्रिय नहीं और वह लोगों को प्रिय बनाने या लोगों का प्रिय बनने के लिए जाए तो कभी सफल नहीं हो सकता है। ऐसे ही लोगों में अप्रिय  या लोगों को प्रिय नहीं मानता और धर्म आराधना को प्रिय माने वह भी कामयाब नहीं होता है। यह बात सादड़ी अमित शिशु मसा की शिष्या साध्वी शुद्धि प्रसन्ना श्रीजी मसा की शिष्या प्रवृद्धि श्रीजी मसा ने कही।वे जनरल ट्रस्ट विकास नगर के तत्वाधान में महावीर जिनालय विकास नगर मंदिर जिन्नौद्धार महोत्सव के अंतर्गत घर-घर ध्वज महोत्सव के नम दिवस विकासनगर में आयोजित धर्म सभा में बोल रही थी उन्होंने कहा कि वस्तु पाल तेजपाल के जीवन में अपने को उन्होंने बचपन से ही धर्म से संबंध जोड़ लिया था और जो जीवन के अंतिम समय तक अटूट रहा है इसके साथ ही उन्होंने जनता का प्रेम और विश्वास भी इसी प्रकार जीता था ।जो प्रेम से जीत गया वह व्यक्ति पूरी तरह सफल होता है।इससे पूर्व  महावीर जिनालय पर प्रस्तावित धर्म ध्वजा को शिरोधार्य कर श्रद्धालु भक्तों द्वारा धर्म ध्वजा विकास नगर क्षेत्र के प्रमुख मार्गो से यात्रा निकाली गई। धर्म ध्वजा महोत्सव में धर्म लाभार्थी मुकेश कुमार नेनावटी परिवार थे।धर्म सभा में नैनावटी परिवार की मातृ शक्ति द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। मुकेश कुमार महावीर कुमार चोपड़ा द्वारा सभी समाज जनों से धर्म ध्वजा के धर्म सभा में परिवार सहित पधारने की विनती की। और आमंत्रण  दिया।रविवार सुबह 8 बजे  विकास नगर महावीर जिनालय से धर्म ध्वजा यात्रा नगर के प्रमुख मार्ग से निकल  कर  विकास नगर गार्डन के पास के मुकेश नैनावटी के आवास पर पहुंचकर धर्म सभा में परिवर्तित हो गई।कार्यक्रम का संचालन राजेंद्र बंबोरिया ने किया तथा आभार महावीर जिनालय विकास नगर ट्रस्ट अध्यक्ष राकेश जैन आंचलिया ने व्यक्त किया।

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