नीमच। गत 2 वर्षों से कोरोना महामारी के चलते सभी तीज और त्योहार फीके है वहीं इस बार भी कोरोना की तीसरी लहर के चलते अधिकतर तीज त्योहारों पर कोरोना की मार पड़ती दिखाई दे रही है हालांकि हर बार की तरह इस बार भी मकर सक्रांति को लेकर पतंग और गुल्ली डंडे के बाजार गुलजार तो हुए हैं परंतु कोरोना की मार व्यापार पर खासी देखने को मिल रही है इस बार पतंग और गुल्ली डंडा के भाव में बढ़ोतरी तो हुई है पर व्यापार में मंदी का दौर देखने को मिल रहा है एक तरफ जहां बाजार में कोरोना महामारी के प्रति आम लोगों को जागरूक करने हेतु मास्क लगाने टीकाकरण नव वर्ष की शुभकामनाएं गणतंत्रता दिवस एवं हॉलीवुड बॉलीवुड व बच्चों के नाटक संबंधी पतंग बाजार में आई है परंतु बच्चों का रुझान एक से 5 रु की सामान्य पतंगों पर ही दिखाई दे रहा है वहीं दूसरी ओर गिल्ली डंडा के मामले में युवाओं का उत्साह खासा देखने को मिला है मकर सक्रांति के 8 दिन पूर्व से ही नीमच के क्रमांक टू मैदान पर युवा बड़ी संख्या में गुल्ली डंडे का लुफ्त उठाते देखे जा रहे हैं पतंग व्यापारी लोकेश प्रजापति ने जानकारी देते हुवे बताया कि नीमच में चाइना का मंजा प्रतिबंधित है इसलिए बरेली से कॉटन का मांझा मंगवाया जाता है वही आगरा,अहमदाबाद,जयपुर ओर लखनऊ से पतंगे आती है विगत 2 वर्षों से कोरोना के चलते कोई भी तीज त्यौहार सही ढंग से नहीं बन पाए हैं इस बार भी कोरोना के चलते पतंग के व्यापार में महंगाई तो आई है परंतु मंदी का दौर चल रहा है इस बार कोरोना के प्रति जागरूकता नव वर्ष की शुभकामनाएं एवं गणतंत्र दिवस संबंधी पतंगे बाजार में आई है अधिकतर बच्चे एक से 5रु की सामान्य पतंग ही पसंद कर रहे हैं।