समाजजनों ने मुनिश्री ससंघ से चातुर्मास हेतु की विनती
सिंगोली(माधवीराजे)।धार्मिक ग्राम धनगाँव में परम पूज्य आचार्य श्री सुमतिसागर जी महाराज व वात्सल्य वारिधि आचार्य श्री वर्धमानसागर जी महाराज के परम प्रभावक शिष्य मुनिश्री वैराग्यसागर जी महाराज, मुनिश्री सुप्रभसागर जी महाराज के सानिध्य में 9 जून रविवार को श्री आदिनाथ दिगम्बर जैन सन्त नीलय का बड़े भक्ति भाव व उत्साह के साथ लोकार्पण सम्पन्न हुआ।मुनि श्री ससंघ के सानिध्य में रविवार को प्रातःकाल श्री जी की शौभायात्रा निकाली गई जो कार्यक्रम स्थल पर पहुँची जहाँ पर ध्वजारोहण हुआ उसके बाद श्री जी का अभिषेक,शांतिधारा हुई जिसके बाद संगीतमय श्री शान्तिनाथ मण्डल विधान के साथ मधुर भजन बृजेश शास्त्री महुआ, अभिषेक ठोला, रिंकल ठोला लाम्बाखोह के द्वारा सम्पन्न किए गए जिसमें बड़ी संख्या में समाजजनों ने विधान में बैठकर पुण्य अर्जित किया वहीं आचार्य श्री ससंघ को भी अर्ध्य चढाया गया उसके बाद कार्यक्रम में मंगलाचरण बालिका मण्डल धनगाँव ने प्रस्तुत किया जबकि चित्र अनावरण,दीप प्रज्वलन, मुनिश्री ससंघ का पाद प्रक्षालन,शास्त्र भेंट करने का बाहर से पधारे समाजजन व स्थानीय समाज को सोभाग्य मिला।मुनिश्री ससंघ का 2024 के चातुर्मास के लिए नीमच,डाबी, सिंगोली,महुआ समाज ने श्रीफल अर्पित करते हुए विनती की।सभी समाजजनों की भावना है कि गुरुदेव का चातुर्मास हमारे नगर में हो जिसके पश्चात मुनिश्री ससंघ के मंगल प्रवचन हुए।मुनिश्री ने धर्मसभा को संबोधित करते हुए दान की महिमा बताई वहीं चातुर्मास हेतु निवेदन करने पर कहा कि अभी समय है,पुण्य बढ़ाओ जिस समाज का पुण्य होगा वहाँ चातुर्मास होगा उसके बाद मुनिश्री ससंघ के सानिध्य में शौभायात्रा पुनः मन्दिरजी पहुंची जहाँ पर श्री आदिनाथ दिगम्बर जैन सन्त नीलय का मुनिश्री ससंघ व सन्तशाला में सहयोग देने वाले दानदाताओं के हाथो से लोकार्पण सम्पन्न हुआ।सन्तशाला में सहयोग देने वाले सभी दानदाताओं का तिलक,पगड़ी व माला पहनाकर समाजजनों ने सम्मान किया।सम्पूर्ण कार्यक्रम विधानाचार्य बृजेश शास्त्री महुआ वाले के सानिध्य में सम्पन्न हुआ।इस अवसर पर सिंगोली, बिजोलियाँ,नीमच,डाबी,महुआ,झांतला,थडोद,बोराव, कांकरियातलाई,रावतभाटा सहित कई जगह के समाजजन उपस्थित थे।