नीमच। शहर सहित उपनगर बघाना में आज बुधवार को ताजियों का कारवां निकाला गया।उक्त जानकारी देते हुए अखाड़ा के अबरार भाई उर्फओबरी उस्ताद पार्षद इकबाल कुरैशी ने बताया कि मोहर्रम माह के चलते आज बुधवार पैगम्बर मोहम्मद सा. के नवासे हजरत इमाम हुसैन की याद में ताजियों के जुलूस का काफिला बड़े उत्साह से अपने अखाड़े के उस्तादों के साथ सुबह पटेल चाल, फ्रूट मंडी, टैगोर मार्ग,फोरजीरो, पुस्तक बाजार,जाजू बिल्डिंग,नया बाजार घंटाघर होते हुए अपने-अपने मुकाम पर पहुंचा तथा शाम को पुनः 5:00 बजे ताजिये अपने मुकाम से उठकर टैगोर मार्ग पर सामूहिक रूप से एकत्र होकर रात 11 बजे के आसपास झंझारवाडा स्थित कर्बला के लिए प्रस्थान कर देर रात ठंडे किए जाएंगे। इसमें छोटे बड़े मिलाकर करीब 50 ताजिये शामिल रहें।बतादे की इमाम हुसैन की याद में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी इस्लामी माह मोहर्रम की 09 तारीख कोताजियों का कारवां अपने अपने मुकाम से उठा और बाजार में गश्त पर निकला।मंगलवार की देर रात तक छोटे-बड़े करीब 50 ताजिए मुख्य मार्गों पर रहे,जिसके बाद पुनः देर रात अपने मुकाम पर पंहुचे।इस दौरान ईमाम हुसैन की याद में शहर के विभिन्न स्थानों पर मुस्लिम समाजजनों ने सबीले लगाई,जहां पर राहगीरों के लिए पानी- शरबत इत्यादि का इंतजाम किया गया था।मंगलवार रात्रि में ताजियों का कारवां अपने मुकाम से बैंड-बाजों व अखाड़ो के साथ निकल कर मुख्य बाजारों मे पहुचा जिसमें बैंड पर शहीद-ए-करबला की याद में सलाम,मरसिए पेश किए गए। इस दौरान अखाडे में युवा हैरतअंगेज करतब दिखाते हुवे चल रहे थे,वहीं नगर के अनेक स्थान पर लंगर का आयोजन भी किया गया।यादे-ए हुसैन में देर रात तक नगर में देर रात तक समाज जनों की भीड़ रही। जिसको देखते हुए चप्पा चप्पा पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी तैनात रहे।ज्ञात हो कि मोहर्रम माह के 10 दिनों तक रोजाना मजलिस का आयोजन होता है,जिसमें इमाम हुसैन और उनके 72 साथियों की कुर्बानी पर तकरीर की जाती है।मोहर्रम माह के उपलक्ष्य में आज बुधवार को मोहर्रम माह की 10 तारीख (यौमे आशूर) को अलसुबह 05 बजे ताजियों का कारवां अपने मुकाम से निकले। जो शहर के प्रमुख मार्गों से होता हुआ,पुनः अपने मुकाम पर पहुंचेगा।