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महावीर जिनालय ‌ विकास नगर  श्री संघ में चातुर्मास के लिए जैन साध्वियों का हुवा मंगल प्रवेश, समाज जनों ने की भव्य अगवानी,

नीमच। जैन श्वेतांबर महावीर जिनालय ट्रस्ट विकास नगर श्री संघ के तत्वाधान में महावीर जिनालय विकास नगर‌ आराधना भवन नीमच पर चातुर्मास प.पू. सूचिता श्री जी म सा, प.पू.सत्वरेखा श्री जी म सा आदि ठाणा का चातुर्मासिक मंगल प्रवेश   17 जुलाई 2024 बुधवार को अपार उत्साह के साथ हुआ । प्रवेश का  सोमैया जुलूस बुधवार सुबह 8 बजे गाजे बाजे के साथ जैन भवन से प्रारंभ होकर महावीर जिनालय मंदिर  पर पहुंचकर धर्म सभा में परिवर्तित हुआ । महिला मंडल की महिलाओं ने लाल पीले परिधानों में कलश सिरोधार्य कर साध्वी वृंद की समुह मेंअगवानी की। मार्ग में स्थान स्थान पर समाज जनों व महिलाओं द्वारा अक्षत गहूली कर साध्वी वृंद से आशीर्वाद ग्रहण किया गया।धर्म सभा के दौरान आचार्य जिनसुंदर सागर जी मसा ने कहा कि साध्वी जी के मार्गदर्शन में विकास नगरवासी भक्ति तपस्या प्रतिक्रमण समय की साधना कर अपने जीवन के कल्याण करने के लिए अग्रसर रहें।चातुर्मास में धन दान कर पुण्य का संग्रह करें तभी जीवन का कल्याण हो सकता है।सागर समुदाय वर्तिनी सरल स्वभावी दीर्घ संयमी प.पू. शील रेखा श्री जी म.सा.  की सुशिष्या प.पू.सौम्य रेखा श्री जी म सा  की सुशिष्या सुचिता श्री जी मसा ने कहा कि युद्ध के मध्य कौरव और पांडवों में जब युद्ध तय हो गया था तब अर्जुन  ने युद्ध में विजय के लिए श्री कृष्ण के सानिध्य को प्राप्त किया। संसार में रहते हुए हमसे अनेक पाप कर्म हो जाते हैं इन पाप कर्मों से बचने के लिए चातुर्मास में भक्ति तपस्या उपवास से जुड़कर हमें अपनी आत्मा का कल्याण करना चाहिए, 1 वर्ष में 8 माह तक साधु संतों के विहार का समय होता है और बरसात के इन चार माह में साधु संत स्थिर्वास रहकर ज्ञान दर्शन चरित्र तप की स्वयं आराधना करते हैं तथा श्रावक -श्राविकाओं को भी प्रेरणा देते हैं। अपनी आत्मा का कल्याण करना है तो 24 घंटे में 24 तीर्थंकरों से प्रेरणा लेकर 24 तपस्या का संकल्प लेना चाहिए तो हमारे जीवन का कल्याण हो सकता है। संयोग से सन भी 2024 ही है।धर्म सभा में महावीर महिला मंडल की हीरामणि स्नेह लता जैन ने गुरुजी आपका स्वागत करें हम... गीत ,तथा पद्मावती बहू मंडल द्वारा स्वागत वंदन गुरु जी आपका करते हैं हम... वीरभक्ति ग्रुप की दीप्ति डोसी द्वारा सांसों की सरगम गाए शुभ स्वागतम.... गीत प्रस्तुत किया गया .। कुमकुम स्थापना मंत्र उपचार के साथ की गई ।साध्वी महाराज साहब  को कामली वेरा कर आशीर्वाद ग्रहण किया गया। धर्म सभा में मदन ,संजय, सतश चौधरी ,शैलेंद्र भाई ,परेश भाई ,राजेश जैन चीता खेड़ा, बेटमा, प्रतापगढ़, लिंमडी गुजरात आदि स्थानों से आए समाज के अतिथियों का पगड़ी श्रीफल शाल मोती माला से बहुमान किया गया।समाज के वरिष्ठ  मनोहर सिंह लोढ़ा, प्रेम प्रकाश जैन,जमना लाल नपावलिया, सुशील चंद्र  पगारिया, श्री संघ अध्यक्ष राकेश आंचलिया जैन, सचिव राजेंद्र बंबोरिया , आशिष सुराना, राजेश कच्छारा, राहुल जैन, राजमल छाजेड़, मुकेश आंचलिया, वीरेंद्र लोढ़ा, राजेश मानव,सुंदर तातेड,  आदि समाज जन उपस्थित थे।इसके बाद पधारे हुए सभी साधर्मिकों की नवकारसी का आयोजन हुआ । समस्त समाज जनों ने बड़ी  संख्या में पधारे और धर्म लाभ लेकर एवं जिन शासन की शोभा बढ़ाई। इस अवसर पर जावरा के भजन गायक कलाकार मनीष मेहता ने विभिन्न भजन प्रस्तुत किये।

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