नीमच। भारतीय सनातन संस्कृति में गौ सेवा का अत्यधिक महत्व है। श्री कृष्ण ने भी स्वयं ग्वालपाल चरवाहा बन गौ पालन कर संसार को गौ सेवा का संदेश दिया है। पृथ्वी पर प्रकृति में विचरण करने वाले पशु पक्षियों की रक्षा का कर्तव्य देश के प्रत्येक नागरिक का है। मनुष्य को स्वस्थ शरीर के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है और ऑक्सीजन हमें हरे पेड़ पौधों से मिलती है इसलिए पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए अधिक से अधिक संख्या में औषधि वाले पौधे भी लगाना चाहिए जिससे एक पंथ दो काज हो सकते हैं पौधों से पर्यावरण शुद्ध रहेगा और औषधि से लोगों का उपचार हो सकता है।हम पशु पक्षी जैसे मुक प्राणियों की वह सेवा करते हैं तो इसे प्रकृति का संतुलन बना रहता है और वातावरण शुद्ध रहता है। गाय के गोबर से खाद बनता है वह खाद फसलों में पौष्टिक आहार प्रदान करता है। यह बात जय गणेश परिवार की पहल जीव सेवा विकास अभियान की पावन श्रृंखला में एक पौधा मां के नाम के अभियान के पावन उपलक्ष्य में हवाई अड्डा स्थित श्री कृष्ण गोपाल गौशाला बघाना के परिसर में आयोजित पौधारोपण गौ माता पूजन कार्यक्रम में उपस्थित मातृशक्ति ने सामूहिक रूप से व्यक्त किए।उन्होंने कहा कि इसके साथ साथ पौधों को पूरे वर्ष पर्यंत सिंचाई ,खाद एवं कीटाणु लगने पर दवाई छिड़काव करने का संकल्प लिया। महिलाओं द्वारा शीघ्र ही और अन्य औषधि वाले पौधे भी लगाए जाएंगे।एक पौधा मां के नाम पर्यावरण अभियान के पावन उपलक्ष्य में मातृशक्ति ने आंवला नीम पीपल, बड, आम सहित विभिन्न औषधियों के पौधे लगाए और पौधों को संतान की तरह सिंचाई कर पालन करने का संकल्प लिया।गौशाला में पहुंचकर गौ माता का आरती पूजन किया गौ माता को हरी घास गुड खिला कर आशीर्वाद ग्रहण किया इस अवसर पर जीव सेवा विकास अभियान मातृशक्ति श्रीमती कौशल्या काबरा के मार्गदर्शन में प्रेमलता मालू, दुर्गा मानधना, यशोदा अजमेरा, निर्मला मंत्री, शांता शर्मा, कल्पना जैन, केसर देवी बागड़ी, प्रेम देवी, नवीन अग्रवाल, भारतीय सेना से सेवानिवृत भूतपूर्व सैनिक मुकेश गुर्जर, दिनेश मालवीय,सहित अन्य गौ सेवक उपस्थित थे।