नीमच।जाजू कन्या महाविद्यालय में जन्माष्टमी पर्व सोमवार को धूमधाम से मनाया गया।लड्डू गोपाल की प्रतिमा के समक्ष झांकी सजाई गई और पुष्प समर्पित कर अभिनंदन किया गया।इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष विजय बाफना ने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री मोहन यादव के आह्वान पर महाविद्यालय में कृष्ण जन्माष्टमी पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। यह अवसर आनंद का अवसर है, जो सभी भारतीयों के ह्रदयों को भक्ति के आनंद में मग्न करता है। कृष्ण का जीवन ही संदेश है।कृष्ण ने हर कदम पर कुछ ना कुछ त्याग किया है, लेकिन संसार को प्रसन्नता और आनंद से रहने का संदेश दिया है।विशेष वक्ता के रूप में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.एन के डबकरा ने कहा कि आज श्री कृष्ण जन्मोत्सव के इस अवसर पर मन में आनंद का भाव है।श्रीकृष्ण प्रेम और समर्पण के प्रतीक हैं। वे हमें जीवन को जीने का सही दिशा निर्देश देते हैं। उनके द्वारा गीता के उपदेश में भी कर्म का संदेश छुपा हुआ है। हम सभी को सतत् अपने-अपने कर्मों में रत रहकर समाज और राष्ट्र की प्रगति में अपने-अपने हिस्से का योगदान देना चाहिए ।वक्ता के रूप में बोलते हुए डॉ.बीना चौधरी ने कहा कि कृष्ण का बाल रूप हमें आनंद से सराबोर करता है। सूरदास द्वारा चित्रित बाल वर्णन सभी के ह्रदयों को वात्सल्य भाव से ओतप्रोत करता है और भक्ति का एक विशेष संदेश देता है। हमारे संतो ने कृष्ण का जो स्वरूप बताया है वह मानव जीवन को सही राह दिखाने वाला है उनके द्वारा बताए गए कर्म के पथ पर चलकर ही हमारी मुक्ति हो सकती है निष्काम कर्म का जो संदेश कृष्ण देते हैं, वह सभी के लिए अनिवार्य है। वर्तमान धधकती हुई परिस्थितियों में कृष्ण का यह निष्काम कर्म का संदेश ही एकमेव परित्राण है।इस अवसर पर महाविद्यालय की छात्राओं के साथ ही डॉ.अलकेश जयसवाल, डॉ. रश्मि हरित, डॉ रश्मि वर्मा, प्रो.सुनील कुमावत, प्रो. हीरसिंह राजपूत, डॉ. अंकिता दीक्षित, अक्षय पुरोहित,हंसराज समीर और सभी अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे। सभी ने भक्ति भाव से आनंदित होकर कृष्ण जन्म पर्व मनाया और भक्ति का आनंद लिया।कार्यक्रम के समापन पर पंजेरी के प्रसाद का वितरण किया गया।प्राचार्य डॉ.एन के डबकरा ने बताया कि इस पर्व के दूसरे दिन कल छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ जन्माष्टमी पर्व मनाया जाएगा।