नीमच।अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए हर साल कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ का व्रत रखा जाता है.करवा चौथ के दिन महिलाएं सोलह श्रृंगार कर पति की लंबी आयु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं.इस साल करवा चौथ का व्रत 20 अक्टूबर 2024, रविवार के दिन रखा जाएगा.जिसको लेकर बाजार लगना शुरू हो गए है और सुहागिन महिलाएं करवो की खरीदी भी कर रही है।करवा चौथ का व्रत सुबह सूर्योदय से पहले रखा जाता है और रात में चंद्रमा की पूजा करने के बाद ही इस व्रत को तोड़ा जाता है।मान्यताओं के अनुसार, यह व्रत सबसे पहले देवी पार्वती ने भगवान भोलेनाथ के लिए रखा था.इसके अलावा कहा जाता है कि द्रौपदी ने भी पांडवों को संकट से मुक्ति दिलाने के लिए करवा चौथ का व्रत रखा था।करवा चौथ का व्रत विवाह के 16 या 17 सालों तक करना अनिवार्य माना जाता है.करवा चौथ का व्रत कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है. इस दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु और सेहत की कामना को लेकर निर्जला व्रत रखती है इसके अलावा कुंवारी कन्याएं भी सुयोग्य वर के लिए करवा चौथ का व्रत रखती हैं।