नीमच।धनतेरस के दूसरे दिन और दिवाली के 1 दिन पहले रूप चौदस मनाई जाती है इस दिन महिलाएं और युवतियां अपने रूप को निखारने का कार्य करती है।इस बार धनतेरस ओर दिवाली का पर्व विभन्न क्षेत्रो में अलग अलग दिन मनाया जा रहा है जिसको लेकर जहा धनतेरस की खरीदारी दो दिनों तक होती हुई देखने को मिली है वही दिवाली पूजन भी कही 31 अक्टूम्बर को तो कही 1 नवंबर को किया जाएगा,इसी प्रकार रूप चोवदस भी दो दिन मनाई जा रही है जिसको लेकर ब्यूटी पार्लरों में महिलाओं व युवतियों की भीड़ रूप निखारने उमड़ी।बुधबार को रूप चौदस के अवसर पर शहर के सभी पार्लर में महिलाओं की भीड़ देखने को मिली है यही नहीं जो महिलाएं पार्लर नहीं जा सकती थी उन महिलाओं ने भी घरेलू उपचार कर अपने रूप को निखारा है नर्क चतुर्दशी या नर्क चौदस जिसे रूप चौदस के नाम से भी पहचाना जाता है यह दीपावली के त्यौहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। मान्यता है कि इस दिन सुबह सूरज उगने से पहले उठकर, उबटन लगाकर स्नान करने और श्रृंगार के साथ तैयार होने से शुभता जीवन में आती है। इन सब को अगर व्यवहारिक भाव से भी लें तो यह समझा जा सकता है कि दीपावली के पहले साफ़-सफाई और रंग-रोगन के चलते त्वचा और पूरा शरीर भी धूल-गंदगी आदि के सम्पर्क में आता है।इसलिए यह एक विशेष दिन हमें अपनी देखभाल करने का अवसर भी देता है इसलिए ही इस दिन विशेष उबटनों और श्रृंगार सामग्री का उपयोग कर खासकर महिलाएं और युवतियां रूप निखारती हैं। जिसको लेकर रूप चौदस मनाई जाती है।सीनिक ब्यूटी पार्लर एन्ड एजुकेशन की संचालक सुनीता जोशी ने बताया कि रूप चौवदस को लेकर आज उनके यहां अधिकतर महिलाएं व युवतियां फेशल, वैक्स,ब्लीचिंग,हेयर स्पा सहित अन्य कार्य के लिए पहुची है। सुनीता जोशी ने बताया कि जो महिलाएं ब्यूटी पार्लर नहीं जा सकती वह अपने रूप का निखार घरेलू उपचार जिसमें आलू का उबटन पपीते में शहद मिलाकर लेप और टमाटर में चुटकी भर नमक मिलाकर मसाज करें तो चेहरे पर रौनक आ सकती है।