नीमच।ग्रुप केन्द्र, केरिपुबल, नीमच के तत्वाधान में सी.आर.पी.एफ. परिसर स्थित नाग बावड़ी में लोक आस्था का महापर्व ‘छठ’ पूर्ण आस्था, उल्लास और समर्पण के अनूठे समन्वय के साथ मनाया गया।पौराणिक मान्यताओं के अनुसार लंका के राजा रावण का वध करने के बाद श्रीराम जब पहली बार अयोध्या पहुचे थे उस समय भगवान श्रीराम और मॉं सीता ने रामराज्य की स्थापना के लिए छठ पर्व का उपवास रखा था और उस समय सूर्यदेव की पूजा-अर्चना की थी।आस्था के इस महापर्व पर ग्रुप केन्द्र सी.आर.पी.एफ. के नाग बावड़ी में विशेष इंतजाम करते हुये स्थित घाट की साफ-सफाई कर पुष्प एवं आकर्षक विद्युत लाइट से विशेष साज-सजावट की गई। सी.आर.पी.एफ. कैम्प में बड़ी संख्या में बिहार, उत्तर प्रदेश सहित अन्य प्रदेशों के अधिकारी व जवान रहते हैं। लेकिन अब यह महापर्व केवल इन राज्यों तक ही सीमित नहीं रहा बल्कि पूरे भारतवर्ष एवं विदेशों में भी एकाग्रता एवं पवित्रता के साथ मनाया जा रहा है। जहॉं सी.आर.पी.एफ. जैसे सशस्त्र बल में राष्ट्र के सभी धर्मो के लोग सेवारत हैं, इसलिए इस महापर्व का महत्व भारतीय संस्कृति में और भी अधिक बढ़ जाता है जहां सभी धर्म के लोगों द्वारा संकीर्णताओं से उपर उठकर ईश्वर की उपासना की और रिश्तों को जोड़ने के साथ-साथ आपसी सौहार्द के अनूठे समन्वय की मिसाल प्रस्तुत की। छठ महापर्व कार्मिक माह के शुक्ल पक्ष की चर्तुर्थी तिथि पर नहाय-खाय से शुरूआत कर श्रद्वालुओं ने ‘‘दर्शन देहू न अपार हे छठी मैया....उग हे सूरज देव अर्घ्य के बरिया....’’ जैसे गीतों की गूंज के साथ स्नान कर सूर्य भगवान की पूजा की और प्रसाद ग्रहण किया। पंचमी को खरना के दिन 36 घंटे का निर्जला व्रत प्रारम्भ किया गया। षष्ठी की शाम को विधि विधान के साथ सोलह श्रृंगार में सजी महिलाओं ने पहले जल में उतर कर डूबते भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया। फिर सभी ने बांस की टोकरी, सूपड़े में फल, फूल, मिठाईयॉं आदि का भोग छठ माता को लगाकर सुख समृद्वि की कामना की। वहीं सप्तमी को उदयीमान सूर्य को जल अर्पित कर व्रत संपन्न किया गया। इस चार दिनों तक चलने वाले पर्व में भगवान भास्कर और छठी मैया की पूजा-अर्चना की गई और पारिवारिक सुख-समृद्वि तथा मनोवांछित फल प्राप्ति की कामना की। इस पर्व पर केवल महिलाएं ही नहीं बल्कि पुरूष द्वारा भी व्रत रखा गया। इस पावन अवसर पर संदीप दत्ता, प्राचार्य, सी.टी.सी., नीमच, एस.एल.सी. खूप, उप महानिरीक्षक, ग्रुप केन्द्र, नीमच, विजय कुमार, कमाण्डेंट, प्रथम बटालियन, देवेन्द्र सिंह नेगी, उप कमाण्डेंट, केरिपुबल, नीमच तथा उपस्थित अन्य अधिकारी गण, अधीनस्थ् अधिकारी गण एवं जवानों द्वारा पूजा अर्चना की गयी और इस प्रकार सी.आर.पी.एफ. कैम्प में महापर्व छठ हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।