नीमच।शहर के चर्चित लीलादेवी हत्याकांड में एक और दुखद मोड़ सामने आया है। हत्याकांड के मुख्य आरोपी अर्जुन मीणा के पिता मुन्नालाल मीणा ने बीती रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।बताया जा रहा है कि बेटे की शर्मनाक हरकत से आहत होकर उन्होंने यह कदम उठाया। फिलहाल बघाना पुलिस मामले की जांच में जुटी है।प्राप्त जानकारी के अनुसार, बघाना क्षेत्र के खेड़ापति रोड निवासी मुन्नालाल मीणा (उम्र 66 वर्ष) ने अपने ही घर में बीती रात फांसी लगाकर जीवनलीला समाप्त कर ली। मुन्नालाल रेलवे विभाग से सेवानिवृत्त कर्मचारी थे और अपने शांत व सरल स्वभाव के लिए जाने जाते थे। उनके बेटे अर्जुन मीणा को कुछ दिन पूर्व बंसल चौराहे पर हुई लीलादेवी की हत्या के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार किया था। अर्जुन की गिरफ्तारी के बाद परिवार पर समाज के मानसिक तनाव की स्थिति बन गई थी।बताया जा रहा है कि मुन्नालाल को अपने बेटे की करतूत पर गहरा दुख और शर्मिंदगी थी। हालांकि पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, लेकिन प्रारंभिक जांच में आत्महत्या की वजह सामाजिक शर्मिंदगी और मानसिक तनाव को माना जा रहा है।बघाना पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवाया जहा से पीएम के बाद शब परीजनो को सोपा गया।पुलिस आत्महत्या की परिस्थितियों की गहराई से पड़ताल कर रही है, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि क्या केवल शर्मिंदगी ही कारण थी या इसके पीछे कोई और मनोवैज्ञानिक दबाव या परिस्थिति जिम्मेदार रही।यह घटना समाज के सामने कई सवाल खड़े करती है – क्या अपराध केवल अपराधी को प्रभावित करता है या उसके पीछे खड़ा पूरा परिवार भी सामाजिक दंश झेलता है?