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  श्री जैन श्‍वेताम्बर मालवा महासंघ का महासम्मेलन सानंद सम्पन 

श्री नागेश्‍वर महातीर्थ में
जैन समाज में रात्रि शादियाँ व जमीकन्द प्रतिबंधित हो - युवाचार्य श्री विश्‍वरत्नसागरसूरीजी
नागेश्वर(विनोद सांवला)।इन दिनों जैन समाज में रात्रि कालीन शादियों को प्रचलन दिन प्रतिदिन बढता जा रहा है  साथ ही शादी के भोज में जमीकंद का उपयोग भी होने लगा है  यह शास्त्रोक्त नहीं है  हमें इसको रोकना होगा  मालवा महासंघ के उपर महती जवाबदारी है कि वह इस दिशा में सार्थक प्रयास करे , साथ ही जिन शासन का स्थापना दिवस भी प्रत्येक श्रीसंध में अनिवार्य रूप से मनाया जावे, उक्त बातें मालवभूषण तप शिरोमणी आचार्य श्री नवरत्नसागर सूरीश्वरजी के पट्टधर युवाचार्य श्री विश्‍वरत्नसागररसूरीश्वरजी म.सा. ने कही । आचार्य श्री यहाँ नागेश्वर तीर्थ में आयोजित दो दिवसीय मालवा महासंघ के राष्ट्रिय अधिवेशन के अवसर पधारे श्रीसंघ प्रतिनिधियों को संबोधित कर रहे थे । आपने कहा कि मालवा निमाड़ वागड एवं हाडौती क्षेत्र में जैनश्री संघ संगठीत नहीं है, इन सभी श्रीसंघो को संगठित करने का स्वप्न आचार्य श्री नवरत्नसागरसूरीश्वरजी ने अब से बारह वर्ष पूर्व देखा था  जो अब उनके पट्टधर द्वारा पूरा किया जा रहा है । 
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आज इस अधिवेशन में चार क्षेत्रों के 600 से अधिक सकल श्रीसंघो में से 450 से अधिक श्रीसंघ प्रतिनिधियों ने सहभागीता कर गुरूदेव के स्वप्न को पूरा किया है । आपके संघठन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज जैन समाज पर अनेक प्रकार के हमले किये जा रहे हैं, और हम अलग अलग पंथ  गच्छ एवं आम्नाओं में बंटे हुए होने के कारण उनका मुकाबला नहीं कर पा रहे है। अब हम जब संघठित हो गये है, तो निश्चित ही हमारा यह जैन समाज तीव्र गति से विकास करेगा, और इनका संघठीत रूप से मुकाबला करेगा  संघ के महासचिव राजेश जैन मानव एवं अभय चौपड़ा ने अपने प्रतिवेदन में कहा का जिनालय शुद्धिकरण अभियान के माध्यम से महासंघ ने सभी श्रीसंघो को एक सूत्र में पिरोने का कार्य किया था, जो अत्यन्त सफल रहा है । संघठन को हमने जिला सम्मेलन के माध्यम से जिला स्तर तक पहुंचा दिया है। अब इसे हमें तहसील, नगर एवं कस्बो के स्तर तक पहुंचाना है । मुनि कीर्तिरत्नसागरजी म.सा. कहा कि गुरूदेव ने 12 वर्ष पूर्व जो बिजारोपण किया था  अब वह वटवृक्ष बन चुका है मालवा महासंघ की इस आधार शिला पर एक मजबुत संघरूपी इमारत का निर्माण करना है । मुनि श्री तीर्थरत्नसागरजी ने बताया कि युवाचार्य श्री विश्वरत्नसागरजी म.सा. का पचासवां स्वर्ण जयंति जन्मोत्सव उज्जैन में मनाया जावेगा, इस प्रसंग को स्मरणीय बनाने के लिए 50 श्रीसंघो में पाठशाला का संचालन मालवा महासंघ द्वारा किया जावेगा । साथ ही 27 स्थानों पर विद्यालयों की स्थापना की जाकर लौकीक शिक्षा के साथ जैन धर्म की शिक्षा भी दी जावेगी 
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श्री नागेश्वर तीर्थ की अनुमोदना की युवाचार्य श्री विश्‍वरत्नसागरसूरीजी ने कहा कि राजस्थान एवं मध्यप्रदेश की सीमा पर स्थित श्री नागेश्वर पार्श्वनाथ तीर्थ, मालवा एवं राजस्थान सहीत संपूर्ण भारत में आस्था का केन्द्र बना हुआ है यहाॅ का ट्रस्ट मण्डल जैन समाज के लिए उदारता पूर्वक काम कर रहा है, विशेष कर मंदिर निर्माण एवं जिर्णोद्धार के क्षेत्र में ट्रस्ट सचिव धर्मचंद जैन द्वारा देवद्रव्य का सदुपयोग किया जा रहा है । यह कार्य अत्यन्त हीं अनुमोदनीय एवं सराहनीय है _______
450 श्रीसंघो ने की सहभागीता महासंघ के कार्य क्षेत्र में 600 के लगभग श्रीसंघ संगठीत हुए है 

इनमें  समारोह के प्रारंभ में श्री नागेश्वर भगवान के चित्र पर महासंघ के कार्याध्यक्ष बाबुलाल आचंलिया  नागेश्वर तीर्थ सचिव धर्मचंद जैन कोषाध्यक्ष प्रसन्न लोढा  ट्रस्टी विजय प्रकाश धींग, शांतिलाल मारू  अनिल देसरला  संघ के महासचिव द्वय अभय चौपड़ा, राजेश मानव, समारोह के लाभार्थी संतोष मेहता नागदा  अभय बागरेचा इन्दौर  नवरत्न परिवार के राष्ट्रिय अध्यक्ष राजेश जैन डग ने माल्यापर्ण किया ।  इस अवसर पर झालावाड़ भाजपा जिलाध्यक्ष संजय जैन ताउ एवं धार जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष मनोज गौतम उपस्थित थे ।  इसके पूर्व शनिवार रात्रि में तीर्थ परिसर में आध्यात्मिक कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया  जिसमें डॉ . शशिकांत यादव  पंकज दीक्षित  अनिल हुल्लड़ एवं शिवांगी शर्मा अपनी धार्मिक एवं राष्ट्रीय भावना से ओत प्रोत कविताओं का पाठ कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर किया ।  नविन कार्यकारीणी की घोषणा   युवाचार्य श्री विश्वरत्नसागरसूरीश्वरजी म.सा. ने मालवा महासंघ के लिए नवीन कार्यकारीणी की घोषणा की , जिसमें  संतोष मेहता ( नागदा धार ) को कार्यकारी अध्यक्ष मनोनित किया गया, इसी प्रकार संगीतकार राजेन्द्र करणपुरीया प्रतापगढ तथा नवरत्न धाम पालिताणा के ट्रस्टी एवं वरिष्ठ पत्रकार विरेन्द्र जैन राजगढ धार को महासचिव अनिल देसरला आलोट को उपाध्यक्ष  गौतम जैन ओसवाल चौमहला को कोषाध्यक्ष मनोनित किया गया । सभी आगन्तुक श्रीसंघ प्रमुखों का ट्रस्ट की ओर से बहुमान कर स्मृति चिन्ह भेट किया गया । नवरत्न परिवार शाखा उन्हेंल नागेश्वर ने आयोजन में सक्रिय सह्योग प्रदान किया
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