नीमच। सबसे बड़ा पर्व दीपावली रोशनी का पर्व है और इस त्योहार पर मिट्टी के दीए जलाने की परंपरा पुरातन युग से ही चली आ रही हैं नीमच शहर के दीए भी नीमच जिले के साथ-साथ दूसरे प्रदेशों और शहरों के घरों को भी अपनी रोशनी से जगमगाएंगे नीमच के ग्वालटोली सहित अन्य स्थानों पर बड़ी संख्या में इन दिनों माटी कलाकार दीए बनाने का कार्य युद्ध स्तर पर कर रहे हैं नीमच शहर के यह दिए इंदौर भोपाल उज्जैन के साथ राजस्थान के विभिन्न शहरों में भी व्यापारी खरीद कर ले जा रहे हैं एक अनुमान के मुताबिक नीमच में करीब 100 परिवार इस कार्य में जुटे हुए हैं करीब 70 लाख दिए इस वर्ष नीमच में बनाए जाएंगे जो कि देश के विभिन्न कोनों में जाकर घर घर में रोशनी से जगमगाएंगे नीमच कै दियों की जिले के बाहर भी काफी मांग होने की वजह से माटी कलाकार भी पूरे उत्साह के साथ यह कार्य कर रहे हैं इस वर्ष पिछली वर्ष की तुलना में दिए की डिमांड ज्यादा है समय के साथ अब फिर से लोगों की रूचि मिट्टी के दीए जलाने में बढ़ती जा रही हैं इस कारण भी डिमांड बढ़ रहे हैं। राजस्थान से आहे ग्राहक गणपत प्रजापत ने बताया कि नीमच के दीपक मध्यप्रदेश सहित राजस्थान में काफी प्रचलित है और अन्य शहरों की बनिस्बत नीमच के दीपक मजबूत भी है और वह खुद विगत 15 वर्षों से नीमच से दीपावली के दौरान दीपक खरीद कर राजस्थान में बेचते हैं