सिंगोली।नगरीय निकाय चुनाव के दूसरे चरण में 13 जुलाई बुधवार को सम्पन्न हुए मतदान के पश्चात सिंगोली नगर परिषद के सभी 15 वार्डों के पार्षद प्रत्याशियों की हार-जीत को लेकर सिंगोली के सट्टा बाजार में कयास लगाए जाने लगे हैं और इसी के अनुसार यदि सटोरियों के अनुमान पर यकीन माने तो सिंगोली में नगर परिषद पर भाजपा का कब्जा होने जा रहा है वहीं दूसरी ओर कांग्रेस कार्यकर्ता अपनी अपनी जीत मानकर चल रहे हैं और उनकी बात पर विश्वास किया जाए तो यहाँ की नगर परिषद का बोर्ड कांग्रेस का बनने वाला है लेकिन वास्तविक परिणामों से रूबरू तो 20 जुलाई बुधवार को होने वाली मतगणना के बाद ही हो सकेंगे क्योंकि फिलहाल तो अनुमानों और कयासों का दौर चल रहा है जिसमें भाजपा समर्थक अपनी जीत सुनिश्चित मान रहे हैं तो दूसरी तरफ कांग्रेस कार्यकर्ता भी अपनी अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हो रहे हैं लेकिन मैदानी सच्चाई यह है कि मतदाताओं ने अभी तक भी रहस्यमयी चुप्पी साध रखी है और वे खुलकर कुछ भी नहीं बोल रहे हैं।बुधवार को मतदान सम्पन्न होने के बाद किसी भी वार्ड में जब मतदाता से रायशुमारी की कोशिश की तो मतदाता कुछ भी बताने के बजाय यह कहते दिखाई दे रहे हैं कि वोट तो जिसको देना चाहिए था उसे दे चुके हैं और जब हार जीत के बारे में पूछा जाता है तो कहते हैं अपने क्या काम कोई भी जीते कोई भी हारे हमें तो वोट डालना था जो हमने डाल दिया हमें किसी की भी हार-जीत से क्या लेना देना ? इस प्रकार मतदाता पूरे चुनाव में मौन धारण करके ही रहा इसलिए चुनाव परिणाम को लेकर अभी से कुछ कहना या किसी की भी हार-जीत की भविष्यवाणी करना जल्दबाजी होगी लेकिन सच तो यह है कि सिंगोली में चुनावों को लेकर कुछ मिथक बने हुए हैं जिन्हें देखकर लगता है कि वे मिथक बने रहेंगे या टूटेंगे जैसे कि सिंगोली नगर परिषद के कुछ वार्ड ऐसे हैं जिनमें हमेशा से ही कांग्रेस पार्टी ने कब्जा जमा रखा है और इन वार्डों में भाजपा कभी चुनाव नहीं जीत सकी है तो दूसरी तरफ भाजपा के भी कुछ वार्ड ऐसे हैं जो पार्टी का गढ माने जाते हैं उन वार्डों के चुनाव परिणाम हमेशा ही भाजपा की झोली में गए हैं लेकिन इस बार के चुनाव में क्या ऐसे वार्डों में ये मिथक बने रहने वाले हैं अथवा टूटेंगे यह तो आने वाली 20 तारीख को ही स्पष्ट हो सकेगा लेकिन फिलहाल तो हार-जीत की शर्तों और अनुमानों का दौर जारी है।