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 सिंगोली में भाजपा ने बिठाया सामान्य और पिछड़ा वर्ग का तालमेल

जैन समाज से भायाजी अध्यक्ष तो धाकड़ समाज के मोतीलाल उपाध्यक्ष

सिंगोली(निखिल रजनाती)।लगभग 08 साल के लम्बे इंतजार के बाद सम्पन्न हुए नगरीय निकाय के चुनाव में दिगम्बर बघेरवाल जैन समाज के सुरेश जैन(भायाजी बगडा) को सिंगोली नगर परिषद का अध्यक्ष और धाकड़ समाज के मोतीलाल को उपाध्यक्ष बनाकर भारतीय जनता पार्टी ने सामान्य और पिछड़ा वर्ग के बीच तालमेल बिठाने का काम किया है जिससे सन्तुलन बना रहे लेकिन पूर्वाग्रहों से ग्रसित कुछ विघ्नसंतोषी लोगों को आपसी तालमेल की भाजपा की यह नीति रास नहीं आ रही है जबकि अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के निर्वाचन के बाद आए परिणामों पर खुशी जाहिर करते हुए क्षैत्रीय विधायक एवं प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने रविवार को ही सिंगोली के सभी नवनिर्वाचित पदाधिकारियों सहित भाजपा की जीत सुनिश्चित करने वाले पार्षदों,भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं को बधाई देते हुए सिंगोली की आम जनता को भी इस बात के लिए धन्यवाद दिया कि नगर हित में ऐतिहासिक रचना करते हुए आप लोगों ने नगर के विकास को लेकर जो विश्वास व्यक्त किया उस पर खरा उतरने का प्रयास करेंगे और सब मिलकर सिंगोली के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।उल्लेखनीय है कि चुनाव परिणाम के बाद यहाँ तरह तरह की बातों से आपसी सौहार्द्र में विष घोलने के लिए नगर के वातावरण को दूषित करने के कुत्सित प्रयास किए जा रहे हैं जो केवल व्यक्तिगत स्वार्थों और निजी पूर्वाग्रहों से ग्रसित होकर वैमनस्यता का बीजारोपण करने का प्रयास है लेकिन सिंगोली कस्बे के आपसी प्रेम,सद्भाव और भाईचारे का जो तानाबाना है वह यूँही षडयन्त्रों की भेंट चढ़ने वाला नहीं है क्योंकि व्यक्तिगत द्वेषता को छोड़ दें तो यहाँ सामाजिक और इंसानियत के तानेबाने की जड़ें बहुत गहरी हैं।ज्ञातव्य है कि सामान्य वर्ग का व्यक्ति अकेले खुद थोड़े ही अध्यक्ष बन गया जबकि वोट देकर चुनने वाले तो सभी सामान्य वर्ग के नहीं थे।यहाँ यह भी गौरतलब है कि अध्यक्ष का पद अनारक्षित होने की वजह से ही सामान्य वर्ग के व्यक्ति की नगर परिषद अध्यक्ष पद पर ताजपोशी हुई है वरना आरक्षण वाली जगह पर सामान्य वर्ग के व्यक्ति को मौके कब और कहाँ मिलते हैं?इस प्रकार जनादेश से जब भी जिसको जनप्रतिनिधित्व के लिए मौका मिले उसे सह्रदयता से स्वीकार किया जाना चाहिए क्योंकि यही भारत जैसे महान देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था की ऐतिहासिक व खूबसूरत परम्परा और भारतीय सभ्यता व संस्कृति का अनूठा संगम है।
 

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