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हंगामेदार रही कांग्रेस की प्रेस वार्ता, मीडिया के सवालों में घिरे कांगेस नेता, सीएम पर लगाते रहे छलावे के आरोप

नीमच। सीएम के दौरे के एक दिन बाद प्रदेश के आव्हान पर जिला कांग्रेस कमेटी ने  कांग्रेस कार्यालय गांधी भवन पर प्रेस वार्ता का आयोजन किया जिसमें सभी मीडिया बंधु उपस्थित हुवे जहा बारी बारी से कांगेस नेताओ ने अपने मुद्दे रखे और सीएम द्वरा की गई घोषणाओं को मात्र छलावा बताया।वही मीडिया के सवालों में कांग्रेस नेताओं ने 1 माह में विपक्ष की भुमिका निभाते हुवे किसान हित में आन्दोल की बात कही।कांग्रेस द्वरा आयोजित प्रेस  वार्ता में कांग्रेस के जिला अध्यक्ष अनिल चौरसिया पूर्व विधायक नंदकिशोर पटेल राजकुमार हित उमराव सिंह गुर्जर तरुण बाहेती ने सीएम के कार्यक्रम में हुई घोषणाओं को लेकर कहां की यह सरकार किसान विरोधी सरकार है पूर्व में भी कई बार किसानों के साथ कई वादे किए गए परंतु उन पर अब तक कोई अमल नहीं हुआ है सीएम शिवराज सिंह चौहान द्वारा 50% नुकसान पर मुआवजा देने की बात कही गई, जबकि कमला सरकार ने 100% फसल नुकसानी मुआवजा अपने कार्यकाल में दिया है इसी प्रकार मेडिकल कालेज की सौगात नीमच जागरण मंच व आम जनता द्वारा लाई गई है और उस समय यहां के मंत्री सांसद और विधायक द्वारा मेडिकल कॉलेज का पुरजोर विरोध किया गया था बावजूद उसके पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा नीमच में मेडिकल कॉलेज की सौगात दी गई,सीएम के कार्यक्रम में भीड़ को लेकर कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि स्कूली बच्चों को भीड़ के रूप में पांडाल में बिठाया गया था जबकि मीडिया के द्वारा पूछे गए सवालों में खुद कांग्रेस के जिला अध्यक्ष के ज्ञानोदय स्कूल के बच्चे भी उक्त आयोजन में मौजूद थे जिसको लेकर उन्होंने उक्त आयोजन युवा दिवस का होना बताया। इसलिए सभी विद्यालयों के साथ उनके विद्यालय के बच्चे भी उक्त कार्यक्रम में मौजूद रहे। पूर्व विधायक नंदकिशोर पटेल ने कहा कि सीएम द्वारा केवल घोषणाएं की गई है उन पर अमल अब तक नहीं हुआ है स्वामीनाथन आयोग लागू होना चाहिए, किसानों को बीमा दिया जाना चाहिए,किसानों की फसलों का सही आकलन होना चाहिए। प्रेस वार्ता को लेकर कांग्रेस ने एक पत्र भी जारी किया है जिसमें केंद्र और राज्य सरकार द्वारा 2022 की गई किसानों की आय दुगनी की घोषणा को उनका दर्द दोगुना करना बताया,पिछले 4 वित्त वर्ष में मोदी सरकार द्वारा कृषि एवं किसान कल्याण का 78 करोड़ से अधिक खर्च को नहीं करना बताया, राज्य सरकार ने किसान कल्याण की केवल 22% राशि को ही खर्च किया है मध्यप्रदेश में एक किसान परिवार की औसत आय सिर्फ 8339 प्रतिमाह बताई गई है जबकि देश में 10.218 प्रतिमाह है, किसान सम्मान निधि को किसानों का अपमान बताया गया,एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड में भी गड़बड़ियां होना बताया, पीएम आवास योजना में भी रुपयों का खर्च नहीं किया गया, मामा और मोदी सरकार को किसान विरोधी सरकार बताया गया। पूरे मामले में कांग्रेसी नेता मीडिया के सवालों में घिरे रहे और अंत में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देशन में विपक्ष की भूमिका निभाते हुवे प्रत्येक ब्लॉक स्तर पर बेमौसम हुई ओलावृष्टि और अतिवृष्टि के कारण किसानों के खेतों का निरीक्षण कर उसका नुकसानी आकलन निकाल कर किसानों साथ किसानों के साथ मिलकर आंदोलन किए जाने की बात कही।वही नीमच मेडिकल कॉलेज के नाम परिवर्तन को लेकर भी कांग्रेस नेताओं ने कहां की मेडिकल कॉलेज का नाम परिवर्तित करवाया जाएगा और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के हाथों मेडिकल कालेज का लोकार्पण भी कराया जाएगा।प्रेस वार्ता के दौरान जिला अध्यक्ष अनिल चौरसिया पूर्व विधायक नंदकिशोर पटेल राजकुमार अहीर उमराव सिंह गुर्जर तरुण बाहेती मुकेश कालरा ब्रजेश मित्तल भगत वर्मा गजेंद्र यादव सहित अन्य कांग्रेसी नेता मौजूद रहे।

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