सिंगोली(माधवीराजे)।एक ओर जहाँ नीमच के जिला प्रशासन और जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा शत प्रतिशत मतदान के लिए विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से मतदाता जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है और अधिकाधिक मतदान के लिए स्वीप कार्यक्रम चलाया जा रहा है लेकिन चुनाव ड्यूटी में लगे कर्मचारियों द्वारा ईडीसी के लिए आवेदन दिए जाने के बाद भी अभी तक शत प्रतिशत कर्मचारियों को ईडीसी प्रमाण पत्र प्राप्त नहीं हुए हैं जिससे प्रशासन के मतदाता जागरूकता अभियान और स्वीप कार्यक्रम पर पानी फिरता दिखाई दे रहा है जबकि प्रशासन को अपनी हठधर्मिता छोड़कर चुनाव ड्यूटी में लगे कर्मचारियों को उनके ईडीसी प्रमाण पत्र सम्बंधित कार्यालयों में पहुँचाए जाने की व्यवस्था की जानी चाहिए अन्यथा अकेले सिंगोली क्षेत्र के ही कई कर्मचारी अपने मताधिकार का उपयोग करने से वंचित हो जायेंगे।मन्दसौर-नीमच-जावरा संसदीय क्षेत्र के लिए आने वाली 13 मई को मतदान किया जाना है जिसमें निर्वाचन कार्य में कर्तव्यस्थ किए गए कर्मचारियों को ईडीसी के जरिए मतदान करना है और ऐसे कर्मचारियों के ईडीसी प्रमाण पत्र तैयार कर लिए गए हैं लेकिन ईडीसी प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए सम्बंधित कर्मचारियों को उपखण्ड मुख्यालय जावद बुलाया जा रहा है जो बिल्कुल भी सही प्रतीत नहीं हो रहा है क्योंकि जावद विधानसभा क्षेत्र के अधिकांश कर्मचारियों की ड्यूटी नीमच और मनासा विधानसभा क्षेत्र में लगी हुई है और ऐसे कर्मचारियों का चुनावी प्रशिक्षण भी नीमच-मनासा में आयोजित किया जा चुका है ऐसी स्थिति में कोई भी कर्मचारी उपखण्ड मुख्यालय जावद जाकर अपने ईडीसी प्रमाण पत्र कैसे प्राप्त करेंगे विशेष तौर पर 80 से 90 किमी दूर स्थित सिंगोली तहसील क्षेत्र के सिंगोली,झांतला और कदवासा क्षेत्र में निवास करने वाले कर्मचारी।वास्तव में यदि जिला निर्वाचन कार्यालय अथवा जिला प्रशासन कर्मचारियों का शत प्रतिशत मतदान करवाना चाहता है तो सम्बंधित कर्मचारियों के ईडीसी प्रमाण पत्र कर्मचारियों के कर्तव्यस्थ कार्यालयों और विशेष तौर पर स्कूल शिक्षा विभाग के शिक्षकों के संकुल केन्द्रों पर विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय के माध्यम से उसी प्रकार पहुंचाए जाने चाहिए जिस तरह से उनके निर्वाचन ड्यूटी के आदेश पहुंचाए गए अन्यथा कई कर्मचारी ईडीसी के अभाव में मतदान से वंचित हो जाएँगे जिसकी समस्त जिम्मेदारी जिला निर्वाचन कार्यालय की ही होगी।इन हालातों में कुछ कर्मचारी ईडीसी प्रमाण पत्र प्राप्ति को लेकर मध्यप्रदेश निर्वाचन पदाधिकारी को भी अवगत कराने का मानस बना रहे हैं वहीं जिले में तैनात निर्वाचन प्रेक्षक द्वारा भी मामले में संज्ञान लिया जाना चाहिए।