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400 पार के भ्रमित करने वाले नारे ने एनडीए की लाज बचाई मोदी मैजिक  ने नहीं, मोदी जी के  तानाशाही रवैये से भाजपा की करारी शिकस्त -नवीन कुमार अग्रवाल आप पार्टी,

नीमच। साम, दाम, दंड,भेद, ईडी, इनकम टैक्स,सीबीआई का तानाशाही पूर्ण दुरुपयोग, गोदी मीडिया का भरपूर सदुपयोग करने के बाद भी मोदी जी अपनी लाज नहीं बचा पाए और चौकीदार, फ़क़ीर, मोदी की गारंटी, मोदी है तो मुमकिन है के झुमलो  के साथ अहंकार से ओतप्रोत होकर तानाशाही  पूर्ण रवैये को अखतियार करने के बाद भी मतदाताओं ने मोदी मेंजिक को करारी शिकस्त दी जिसके कारन 2019 के लोकसभा चुनाव परिणामो के प्रतिफल में 2024 के चुनाव परिणामो ने मोदीजी के नेतृत्व में 22 प्रतिशत की करारी शिकस्त देकर भाजपा को 303 सीटों के स्थान पर 240 सीटों पर लाकर मतदाताओं ने मोदीजी के तानाशाही  रवैये  को एक सिरे से नकार दिया और बता दिया की भारत देश में जब रावण जैसा सर्वशक्तिमान अहंकारी व्यक्ति भी नहीं टिक पाया तो आप क्या बला है।आप के लोकसभा प्रमुख नवीन कुमार अग्रवाल  ने कटाक्ष करते हुए कहा की अपने दस साल के कार्यकाल में खुद को फ़क़ीर और चौकीदार बताने वाले मोदीजी ने संविधानिक  संस्थाओ का दुरुपयोग  कर विपक्ष के आला  नेताओ को डर दिखा दिखा कर अपनी पार्टी में शामिल कर लिया और जो ईमानदार नेता थे और जो मोदी के तोतो से नहीं डरे उन्हे जेल भेज कर विपक्ष विहीन चुनाव  का माहौल बना दिया और उसके बाद भी मोदीजी के नेतृत्व में 400 पार की जगह मात्र भाजपा को 240 सीटें ही दिला पाए जो की पूर्व चुनाव से 63 सीट कम है क्या यह मोदी जी की नैतिक हार नहीं है,अग्रवाल ने कहा की 2024 के संपूर्ण चुनाव प्रचार के दौरान मोदीजी ने अपने दस सालो के कामो का व्याख्यान  करने के स्थान पर मात्र हिन्दू ,मुस्लिम, पाकिस्तान, मंगलसूत्र, मुजरा, मछली  जैसे अनगिनत अमर्यादित शब्दों का अपने भाषणों में उल्लेख कर अपने अहंकारी होने का परिचय दिया जिसे जनता ने एक सिरे से नकार कर  देश के लोकतंत्र को बचाने के लिए मतदान किया और मोदीजी को आइना बता दिया की देश की जनता सहिष्णु है और वक्त आने  पर वो अपने मत से अपने विवेक से मतदान कर तानाशाह को धरातल पर ला सकती है और यह भी सर्वविदित है की मोदी जी ने पिछले दस सालो में मात्र सरकारी संस्थाओं को अपने परम मित्रो को कोडियो के दाम बेचने के आलावा कुछ नहीं किया जिसे वो अपने भाषणों में व्यक्त करते।एक और गोदी मीडिया के चलते भारतीय मतदाताओं को निरंतर दिग्भ्रमित करने का कार्य कर देश में झूठी अफवाहों का बाजार निर्मित करने के लिए अबकी बार 400 पार का नारा देकर मोदी जी की अहंकारी एवं अलोकतांत्रिक प्रक्रिया   को लोकतांत्रिक एवं सद्भावनापूर्वक बनाने का माहौल तैयार किया फिर भी गोदी मीडिया मोदी जी की अहंकारी छवि को नहीं निखार पाये  और उसके चलते  भाजपा को मोदी जी की अहंकारी एवं तानाशाही छवि का सीटों की बलि देकर नुकसान उठाना पड़ा।अग्रवाल ने कहा कि 2024 का चुनाव एक ऐसी रेस थी जिसमें एक ही दल  रेस में भाग लेता हुआ प्रतीत हुआ क्योंकि मोदी जी की अहंकारी छवि के चलते विपक्ष के सर्वमान्य नेता या तो डर के भाजपा में शामिल हो गए थे और जो बचे थे वह उनकी तानाशाही नीति के चलते जेल की सलाखों  के पीछे पहुंचा दिए गए जिसके कारण विपक्ष प्रभावहीन हो गया था और मात्र मोदी जी के अहंकारी  रवैये से ओतप्रोत होकर मात्र एक दल  जिसमे  20 राज्यों के मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्री, विधायक गण, सांसद, प्रशासनिक अमला,गोदी मीडिया ,एकजुट होकर एक ही दल अर्थात मोदी जी का नाम जपते  रहे तो दूसरी ओर  विपक्ष के एक दो नेता ही देश का भ्रमण कर लोकतंत्र बचाने  की गुजारिश कर रहे थे और उनके खाते भी अहंकारी एवं तानाशाही रवैये के चलते विपक्ष को प्रभावहीन करने के उद्देश्य से बैंक खाते  सील  कर दिए गए थे और मात्र एक ही दल  रेस में सरकारी बैशाखियों के सहारे दौड़ लगाता रहा फिर भी  रेस में दौड़ लगाने के बाद भी देश की जनता ने अपने स्वविवेक  से मोदी जी की अहंकारी छवि को कम सीट  देकर तोड़ दिया और रेस में बहुमत से जितने नहीं दिया ? विचार कीजिये अगर मजबूत विपक्ष होना और तानाशाही नहीं होती तो मोदी जी की सीटों का क्या हाल होता,अग्रवाल ने कटाक्ष करते हुए कहा कि स्वयं भू  विश्व गुरु घोषित करने वाले मोदी जी को अपने आप में मनन करना चाहिए विचार करना चाहिए और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री फडणवीस का अनुसरण कर नैतिकता के आधार पर त्यागपत्र देकर ध्यानमग्न हो जाना चाहिए। क्योंकि जनता का विश्वास मोदी जी जुमलों के कारण खो चुके है और जनता ने उन्हें भाजपा को स्पष्ट बहुमत न देकर सिद्ध भी कर दिया है तो फिर क्यों कुर्सी का लालच अभी तक जहन  में बसाये हुए है  समझ से परे है।

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