नीमच। अनुसूचित जनजातीय समुदाय से धर्म परिवर्तन कर दोहरा लाभ हासिल करने वालों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है। इसके कारण जनजाति वर्ग के वास्तविक पात्र न केवल योजनाओं के लाभ से वंचित हो रहे हैं बल्कि उनका शोषण भी हो रहा है। इसके विरोध में जनजाति सुरक्षा मंच द्वारा व्यापक अभियान आंदोलन के माध्यम से शुरू किया गया है जिसको लेकर रविवार को प्रेदेश के 5 जिलों रतलाम,बड़वानी,देवास, कन्नौज सहित नीमच में रैली का आयोजन किया गया है।आंदोलन की शुरुआत धार से की गई इसके बाद अलीराजपुर झाबुआ में भी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जनजाति सुरक्षा मंच के प्रदेश संयोजक और नीमच कार्यक्रम के मुख्य वक्ता कैलाश निनामा ने जानकारी देते हुए बताया कि अनुसूचित जनजाति वर्ग से धर्मांतरण करने के बाद कई लोग नोकरियों में या योजनाओं में जनजाति वर्ग की पात्रता का लाभ ले रहे हैं। जबकि दूसरी तरफ वे अल्पसंख्यक कल्याण योजनाओं का भी लाभ ले रहे हैं। इसके कारण अजजा वर्ग के वास्तविक पात्र लाभ से वंचित हो रहे हैं। उनका जीवन स्तर भी बद से बदतर हो रहा है। इस अन्याय के खिलाफ जनजाति सुरक्षा मंच द्वारा देशभर में व्यापक अभियान चलाकर सरकार से जनजाति वर्ग से धर्मांतरण पर प्रभावी रोक तथा जिन लोगों ने धर्मांतरण कर लिया ऐसे लोगों को अनुसूचित जनजाति की सूची से बाहर कर उनके सभी लाभ समाप्त करने की मांग की जा रही है। इस अभियान को डी-लिस्टिंग नाम दिया गया है।जिसको लेकर अभियान की शुरुवात धार से की जा चुकी है आज रविवार को मप्र के 5 जिलों में जनजाति सुरक्षा मंच के बैनर तले टाउन हॉल पर जिलेभर के अनुसूचित जनजाति समुदाय के अलावा अन्य वर्ग के लोग बड़ी संख्या में जुटें जिसमें विभिन्न संगठन भी शामिल हुवे है यहां पहले आम सभा आयोजित की गई उसके बाद यहां से महारैली आरम्भ की गई जो शहर के जाजू बिल्डिंग,तिलक मार्ग,घंटाघर,कमल चोक,टैगोर मार्ग विजय टाकीज चौराहा होते हुवे पुनः टाउन हॉल पहुची जहा महा रेली का समापन किया गया। कार्यक्रम को जनजाति सुरक्षा मंच के प्रदेश संयोजक कैलाश निनामा जिला संयोजक उदय हायरि, संपर्क प्रमुख रतन मालावत, भील समाज जिला अध्यक्ष देवीलाल भील हीरा लाल भील प्रेम बाई चौहान शांति बाई भील पवन भील कमल भूरिया शालिग्राम दायना देवगुरु द्वरा भी संबोधित करते हुवे उपस्थित जनो को मार्ग दर्शन प्रदान किया गया ।