सिंगोली में कांग्रेस ने 1 तो भाजपा ने 3 पर लगाया दाँव
सिंगोली।मध्यप्रदेश में सम्पन्न होने जा रहे नगरीय निकायों के चुनावों के दूसरे चरण में 13 जुलाई को होने वाले मतदान को लेकर सिंगोली कस्बे में धीरे धीरे ही सही लेकिन अब चुनावी सुगबुगाहट तेज होती जा रही है जिसके चलते विभिन्न वार्डों में पार्षद पद का चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों ने अपने अपने मतदाताओं से मेल मुलाकात शुरू कर दी है जिसके चलते चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों सहित वार्डों में निवासरत मतदाता भी चुप्पी तोड़ते दिखाई दे रहे हैं और अब प्रत्याशियों को लेकर प्रतिक्रिया भी प्रकट होने लगी है जिसमें एक मुद्दा जो कई दिनों से चर्चा में था लेकिन अब खुलकर सामने आता जा रहा है और वह है वार्डों में चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों का स्थानीय बनाम बाहरी का मुद्दा निकटतम प्रतिद्वंदियों द्वारा ही उठाया जाने लगा है तो क्या चुनावों में मतदाताओं को प्रभावित करेगा स्थानीय बनाम बाहरी प्रत्याशी का मुद्दा ?शायद इसी मुद्दे को दृष्टिगत रखते हुए मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कांग्रेस से टिकट वितरण किए जाने के दौरान अपने अपने वार्ड में निवास करने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं को ही कांग्रेस की ओर से पार्टी का टिकट दिए जाने के लिखित निर्देश संगठन पदाधिकारियों को दिए थे ताकि विरोधी पार्टी या अन्य व्यक्ति जो वार्ड का निवासी न होते हुए भी ऐसे वार्ड से चुनाव लड़े तो वहाँ कांग्रेस बाहरी बनाम स्थानीय को मुद्दा बनाकर चुनाव में भुना सके और सम्भवतः इसी बात को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस ने 15 में से केवल एक वार्ड 2 नम्बर में वार्ड के बाहर के व्यक्ति को प्रत्याशी बनाया जबकि शेष सभी 14 वार्डों में वार्डों में निवास करने वाले स्थानीय प्रत्याशी को ही चुनावी मैदान में उतारा है वहीं भाजपा ने 3 वार्डों 5,6 एवं 8 नम्बर में बतौर प्रत्याशी बाहरी व्यक्ति पर दाँव लगाया है जिससे इन वार्डों में भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों से बगावत करके निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी चुनावी मैदान में ताल ठोक दी इसलिए इन वार्डों के स्थानीय प्रत्याशी अब मतदाताओं की सहानुभूति हासिल करने के लिए बाहरी बनाम स्थानीय उम्मीदवार का मुद्दा अपने अपने वार्ड में उछाल रहे हैं तो यह मुद्दा चुनाव में मतदाताओं को कितना प्रभावित कर सकेगा यह तो वार्ड के मतदाताओं पर ही निर्भर करेगा कि वे इस मुद्दे पर कितनी गम्भीरता रखते हैं और यह मुद्दा वार्ड नं.2 तथा वार्ड नं 5,6 व 8 में कितना कारगर साबित होगा इसका खुलासा तो 18 जुलाई को मतगणना के बाद ही हो सकेगा लेकिन फिलहाल तो सभी प्रत्याशी मतदाताओं को अपने अपने पक्ष में करने के लिए तरह तरह के जतन कर रहे हैं।