क्या निर्दलीय कर सकेंगे चुनाव परिणाम को प्रभावित
सिंगोली।13 जुलाई को होने वाले मतदान को लेकर सिंगोली नगर परिषद के सभी 15 वार्डों के चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमाने जा रहे भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशियों सहित निर्दलीयों की मौजूदगी के चलते कुल 49 उम्मीदवार चुनावी मैदान में एक दूसरे को मात देने के प्रयास में लगे हुए हैं जिनमें अधिकांश वार्डों में भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशियों के बीच कड़ी टक्कर होने वाली है लेकिन कुछ वार्डों में निर्दलीय उम्मीदवारों की स्थिति काफी मजबूत बताई जा रही है तो इन परिस्थितियों में क्या वे चुनाव परिणाम को प्रभावित कर सकेंगे ? इसका खुलासा तो 20 जुलाई बुधवार को होने वाली मतगणना के बाद ही हो सकेगा लेकिन फिलहाल तो चुनावी मैदान में डटे सभी उम्मीदवार वार्ड के मतदाताओं को अपने अपने पक्ष में करने के लिए जी जान से जुट गए हैं।सिंगोली नगर परिषद के चुनावों में जो वार्ड ज्यादा चर्चा में हैं उनमें से वार्ड नं. 2 से पूर्व पार्षद घीसीबाई सुतार के पति शंभूलाल सुतार निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनावी मैदान में अपने प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवारों को कड़ी टक्कर दे रहे हैं क्योंकि पिछला चुनाव भी इनकी पत्नी ने इसी वार्ड से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जीतकर वार्ड में कई विकास कार्य करवाये जिनका फायदा इन्हें इस चुनाव में मिलने की सम्भावना जताई जा रही है जबकि भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधे मुकाबले वाले वार्ड नं. 4 में भाजपा प्रत्याशी लतादेवी सामाजिक व धार्मिक कार्यों में सक्रिय होकर सेवाभाव की अपनी पारिवारिक पृष्ठभूमि की विरासत की पहचान एवं भाजपा के मजबूत संगठन की वजह से मतदाताओं का समर्थन प्राप्त कर रही है तो वार्ड नं.6 में पूर्व पार्षद सुनील सोनी भाजपा प्रत्याशी के रूप में मतदाताओं का आशीर्वाद लेने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं जिनके पास पार्टी संगठन और कार्यकर्ताओं की फौज खड़ी है जिनके बलबूते पर इन्हें अपनी जीत को लेकर मतदाताओं पर पूरा भरोसा है लेकिन इसी वार्ड से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में राधेश्याम राठौर भी मतदाताओं का विश्वास जीतने के लिए भरसक प्रयास कर रहे हैं जबकि भाजपा-कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर वाले वार्ड नं.7 में 2009 से 2014 तक पार्षद व 2014 से 2019 तक नगर परिषद के अध्यक्ष का बखूबी दायित्व निभाने वाली सुनीता-राजकुमार मेहता भाजपा प्रत्याशी के रूप में नगर विकास की उपलब्धियों और जनसेवा के आधार पर एक बार फिर चुनावी मैदान में डटी हुई है जिनका मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी साधारण परन्तु मिलनसार व सरल स्वभावी सुशीला-सत्यनारायण विश्नोई से है वहीं वार्ड नं.8 में भाजपा-कांग्रेस सहित कुल 4 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं जहाँ निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अकरम हुसैन ने मुकाबले को रोचक बना दिया है जो हमेशा सबकी मदद के लिए तैयार रहते हैं जबकि वार्ड नं.9 में भाजपा के पूर्व नगर अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ परिवार से जुड़े सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता निशान्त जोशी भाजपा तथा कांग्रेस की ओर से जैन समाज के स्वच्छ छवि के युवा व्यापारी राजेश भण्डारी के बीच सीधा मुकाबला माना जा रहा था लेकिन गौतम परिवार के नाम से पहचाने जाने वाले आशुतोष तिवारी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव परिणाम प्रभावित करने के लिए पूरी ताकत झोंक रहे हैं इसी तरह वार्ड नं.12 में भाजपा उम्मीदवार के रूप में पूर्व मण्डल अध्यक्ष व वर्तमान में नीमच जिला भाजपा महामंत्री अशोक सोनी विक्रम को अपने ही मोहल्ले के निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे पत्थर व्यवसायी कमल शर्मा से कड़े मुकाबले का सामना करना पड़ रहा है।इस चर्चित वार्ड में कांग्रेस प्रत्याशी की स्थिति क्या होगी फिलहाल तो कहना मुश्किल होगा लेकिन यह तो स्पष्ट है कि अब तक सम्पन्न हुए चुनावों में इस 12 नं.वार्ड से कांग्रेस कभी नहीं जीती।बहरहाल पार्षद का चुनाव लड़ रहे सभी प्रत्याशी कड़ी टक्कर के बावजूद भी एक दूसरे को मात देने का प्रयास कर रहे हैं जबकि नगर के 15 में से 9 वार्डों में निर्दलीय उम्मीदवार भी पूरा दमखम दिखा रहे हैं लेकिन जीत के सेहरे किसके सिर पर बंधेंगे यह तो 20 जुलाई को होने वाली मतगणना के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा।