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 उज्जैन महाकाल की शरण में पहुँचे नवनिर्वाचित पार्षद

सिंगोली में नगर परिषद अध्यक्ष पद की दौड़ हुई तेज 

सिंगोली(निखिल रजनाती)।2022 में सम्पन्न हुए नगरीय निकायों के चुनाव में नगरपालिका एवं नगर परिषद के अध्यक्षों का निर्वाचन आम मतदाताओं द्वारा नहीं किया जाकर वार्डों से निर्वाचित हुए पार्षदों द्वारा किया जाएगा और इसके लिए मतगणना के दिन से 15 दिन की अवधि भी निर्धारित कर दी गई है जिसके अनुसार अब मात्र 10 दिन ही शेष बचे हैं जिसके चलते सिंगोली में नगर परिषद के अध्यक्ष पद की दौड़ तेज हो गई है जिसमें हर रोज अध्यक्ष के दावेदारों के नाम सामने आ रहे हैं वहीं अभी तक अध्यक्ष के निर्वाचन को लेकर तारीख तय नहीं की गई लेकिन जैसे जैसे समय बीत रहा है अध्यक्ष पद के लिए जोर आजमाईश भी बढ़ती जा रही है वहीं पचमढ़ी के बाद सोमवार को नवनिर्वाचित पार्षदों के उज्जैन में महाकाल की शरण में पहुँचने की जानकारी मिल रही है।उल्लेखनीय है कि 20 जुलाई को घोषित किए गए चुनाव परिणाम के अनुसार 15 वार्डों वाली सिंगोली नगर परिषद में 9 वार्डों में भाजपा के प्रत्याशी विजयी हुए हैं जबकि 3 में कांग्रेस और 3 में निर्दलीय प्रत्याशी जीते हैं जिससे परिषद में भाजपा का स्पष्ट बहुमत है और अध्यक्ष भी भाजपा का बनना तय माना जा रहा है लेकिन यहाँ एक से अधिक दावेदार होने के कारण पेंच फँसा हुआ है और कोशिश की जा रही है कि स्पष्ट बहुमत के चलते अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव में भाजपा के सभी पार्षदों की आम सहमति बनी रही इसी के मद्देनजर लगभग सभी भाजपा पार्षदों को सिंगोली से सैकड़ों किमी दूर एक साथ और एकजुट रखा जा रहा है ताकि उनका किसी से भी सम्पर्क न हों।जानकार सूत्रों ने बताया कि भाजपा के नवनिर्वाचित पार्षद भोपाल के रास्ते पचमढ़ी में 2 दिन बिताने के बाद पुनः भोपाल लौट आए हैं और सोमवार को अब उनकी लोकेशन महाकाल की नगरी उज्जैन में बताई जा रही है वहीं अध्यक्ष के दावेदारों द्वारा सत्ता और संगठन के साथ ही पार्षदों की सहमति के लिए तरह तरह के दाँवपेंच खेले जा रहे हैं।
 

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