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सिंगोली से श्री नाकोड़ाजी की 500 किमी की पदयात्रा कल से


सिंगोली (निखिल रजनाती) । जैन धर्मावलम्बियों के लिये चातुर्मास के दौरान पर्यूषण का यह पर्व सर्वाधिक महत्वपूर्ण होकर भक्ति,तप एवं साधना के संगम का समय होता है।इन्हीं भावनाओं से प्रेरित होकर अंचल के वरिष्ठ एवं लोकप्रिय आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ सुनील रणावत,उनकी धर्मपत्नी रेखा रणावत उनके साथ सागरमल पितलिया तथा उनकी धर्मपत्नी मधु पितलिया कल दिनांक 1 सितम्बर,गुरुवार को सिंगोली से श्री नाकोड़ा पार्श्वनाथ की पैदल यात्रा पर निकलेंगे।लगभग 500 किलोमीटर की यह पैदल यात्रा सुविधाजीवी भक्तों के लिये अत्यन्त कठिन तथा चुनौतीपूर्ण निर्णय है किन्तु देखा गया है कि धार्मिक निष्ठा एवं आत्मविश्वास के आगे चुनौतियों को भी घुटने टेकने पड़ते हैं।इनके साथ इनकी सुविधा के लिये आवश्यक सामग्री लिए एक विशेष वाहन रहेगा जो पूरी पदयात्रा में इनकी जरूरतों की पूर्ति करता रहेगा।श्री नाकोड़ा जी के भक्तों के इस निर्णय से अंचल के जैन समाज में उत्साह की लहर है तथा यात्रियों को बधाई देने वालों का ताँता लगा हुआ है।ये श्रद्धालु गुरुवार को दोपहर सवा दो बजे बारा ढाणा स्थित अपने स्वनिवास से पदयात्रा की शुरूआत करेंगे।

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