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बरसात का मजा - कहानी पाठ्यक्रम में सम्मिलित


सिंगोली/रतनगढ़ (निखिल रजनाती)। शिक्षक के लिए खुशी की बात तब होती है जब उसका पढ़ाया कोई विद्यार्थी कुछ बन जाता है तब शिक्षक कहता है कि यह मेरा पढ़ाया छात्र है जबकि दूसरी खुशी उसे तब मिलती है जब उसकी रचना किसी पाठ्यक्रम में सम्मिलित हो जाए।यह खुशी मिली है नीमच जिले के बाल साहित्यकार ओमप्रकाश क्षत्रिय प्रकाश को।इनकी कहानी- बरसात का मजा को निजी विद्यालय की पाठ्यपुस्तक सरस्वती हाउसिंग पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित कक्षा दो की पुस्तक में सम्मिलित की गई है।इस कहानी का चयन विशेषज्ञ समिति के द्वारा की गई जांच,पड़ताल और पड़ाव के बाद इसका चयन किया गया है।यह कहानी नए पाठ्यक्रम की कसौटी पर खरी उतरने के बाद इस पाठ्यक्रम में सम्मिलित की गई है जिसके लिए पाठ्यक्रम समिति ने श्री क्षत्रिय को मानदेय प्रदान किया है।उल्लेखनीय है कि इनकी एक कहानी-नकलची मुमु को एससीईआरटी दिल्ली की कक्षा 6 से 8 की पुस्तक -कहानियों का खजाना( प्रशिक्षण संदर्शिका) में पूर्व में सम्मिलित किया गया था। इस कहानी के द्वारा वहाँ के शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा हैं।इसी के साथ इनकी एक कहानी को बंगाल की कक्षा दूसरी की पाठ्यपुस्तक में भी शामिल किया गया था।श्री क्षत्रिय ने बताया कि नीमच जिले के छोटे से कस्बे के एक साहित्यकार की कहानी पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना गौरव की बात है।उन्होंने बताया कि मेरी अब तक 127 कहानियां 8 भारतीय भाषाओं में प्रकाशित हो चुकी है। 4 बालसाहित्य की पुस्तकें जो हिन्दी में लिखी थी उनका मराठी भाषा में अनुवाद हो चुका है।इस तरह नीमच के इस बालसाहित्यकार की तीन कहानियों को विभिन्न पाठ्यक्रम में सम्मिलित किया गया है।अपनी रचनाओं के लिए श्री क्षत्रिय को कई बार सम्मानित भी किया जा चुका है।

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