नीमच।बिजली बचत करने के लिए 2 साल पहले कॉलेजों में सोलर प्लांट सिस्टम लगाने के निर्देश जारी हुए थे । इसमें जिले के लीड समेत 3 सरकारी कॉलेजों से भेजे प्रस्ताव को स्वीकृति मिली और उनकी छतों पर यह सिस्टम लगे । इसे करीब डेढ़ साल से अधिक समय बीत गया है लेकिन एक भी चालू नहीं हुआ है । अभी भी कॉलेजों में बिजली कंपनी को बिल भरना पड़ रहा है । ऊर्जा विकास निगम और उच्च शिक्षा विभाग के माध्यम से जिला मुख्यालय पर स्थित अग्रणी स्वामी विवेकानंद शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में 20 किलोवॉट और शहर के जाजू कन्या कॉलेज व मनासा के आरवी कॉलेज में 10-10 किलो वॉट का सोलर प्लांट सिस्टम लगाया । इन तीनों की तय क्षमता अनुसार बिजली उत्पन्न होना था । प्रोजेक्ट के अनुसार सोलर प्लांट से बनने वाली बिजली को बिजली कंपनी खरीदेगी । कॉलेज प्रबंधकों का कहना है कि प्लांट तो लग चुका है लेकिन संबंधित कंपनी ने अभी तक मीटर नहीं लगाया है । उसे कई बार सूचित कर दिया है पर वह आने में लेटलतीफी करते हैं । इस अनदेखी की चलते प्लांट की सोलर प्लेटें धूल जमने से खराब हो रही हैं । जब यह शुरू होंगे तब कंपनी और सरकार दोनों को फायदा मिलेगा ।