सिंगोली(निखिल रजनाती)। सिंगोली तहसील क्षैत्र में लम्बे समय से चली आ रही बाणदा बाँध की मांग वर्षो बाद अब जब योजना मूर्त रूप लेती हुई दिखाई दे रही है ऐसी स्थिति में 03 जनवरी मंगलवार को सिंगोली में इसका आदिवासियों ने बड़ी संख्या में इकट्ठा हो कर जबरदस्त विरोध किया। उल्लेखनीय है कि बाणदा क्षैत्र के लोगों को जब इसकी भनक लगी तो उन्होंने मुखर होते हुए क्षैत्र की इस महती योजना का विरोध शुरू कर दिया।मिली जानकारी के अनुसार स्थानीय बाणदा, झौपडिया और जेथलिया के ग्रामीण आदिवासियों ने तत्काल अपनी चौपाल बुलाकर शासन द्वारा स्वीकृत बाणदा बांध को निरस्त कराने के लिए निर्णय लिया और अपनी आवाज को बुलंद करते हुए मंगलवार दोपहर सिंगोली तहसील मुख्यालय पर रैली निकाल कर तहसीलदार राजेश सोनी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देते हुए बाणदा बांध को निरस्त कराने की मांग की ज्ञापन में लगभग 1000 परिवारों के सामने जीवन यापन की समस्या सहित धार्मिक स्थल प्रभावित होने की बात लिखने तथा ग्रामीणों द्वारा अपने कब्जे की जमीन नहीं छोड़ने के साथ ही पशुओं को पालने जैसी समस्याओं के बारे में भी ज्ञापन में लिखा।कुल मिलाकर बाणदा पंचायत में आने वाले तीनों ही गाँवों बाणदा, झौपडिया, और जेथलिया के लोगो ने बाणदा बांध का जबरदस्त विरोध किया। विरोध प्रदर्शन करने आए आदिवासी ग्रामीणों ने सरकार से दस दिन के अंदर बाणदा बांध निरस्त करने की मांग की अन्यथा बड़े आंदोलन की चेतावनी दी। आदिवासी लोगों द्वारा बाणदा बांध को लेकर तहसील मुख्यालय पर मंगलवार को किए गए जबरदस्त विरोध प्रदर्शन में बच्चे और महिलाएँ भी शामिल थे।अचानक हुए विरोध प्रदर्शन को लेकर तरह तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।