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जमीनी विवाद को लेकर भूमि स्वामी और प्रशासन हुआ आमने सामने

भारी विरोध के चलते प्रशासनिक अमला बिना कार्यवाही के लौटा

सिंगोली(निखिल रजनाती)। 17 जनवरी मंगलवार को सुबह सिंगोली तहसील क्षेत्र के ग्रामीण अंचल में प्रशासनिक अमला एक बार फिर ग्राम पंचायत बड़ी के कवई में अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही करने पहुँचा जिसमें शामिल करीब एक दर्जन वाहन काफिले के साथ राजस्व व पुलिस प्रशासन के नुमाइंदों ने कवई में अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही को अंजाम देने की कोशिश की लेकिन भूमि स्वामी और अन्य किसानों के भारी विरोध के बाद प्रशासनिक अमले को बिना किसी कार्यवाही के बैरंग लौटना पड़ा इसी दौरान भूमि स्वामी किसान और प्रशासन आमने सामने आ गए और दोनों के बीच तीखी बहस भी हुई।बताया जा रहा है कि उक्त जमीन लाडपुरा निवासी  कांग्रेस नेता बालकिशन धाकड़ की है जिसकी लड़ाई वह न्यायालय के माध्यम से लड़ रहा है और न्यायालय ने यथास्थिति का उसको स्थगन आदेश भी दे रखा है फिर भी मंगलवार की सुबह दलबल सहित एसडीएम शिवानी गर्ग,अपर कलेक्टर सर्जनसिंह वर्मा,एसडीओपी रामतिलक मालवीय अतिक्रमण हटाने पहुँचे इससे इनके पहुँचने से पूर्व ही बालकिशन धाकड़ के परिजन व अन्य किसान बड़ी संख्या में पहले ही खेत पर जाने के रास्ते पर पिकअप एवं अन्य वाहन रास्ते में लगाकर रास्ता बंद कर दिया और धरने पर बैठ गये।एसडीएम व अन्य अधिकारियों द्वारा बार बार समझाने के बाद भी हटने को तैयार नहीं हुए।बालकिशन धाकड़ का कहना था  कि मैं जिस जगह काबिज हूँ वह 60 साल से उसके कब्जे में और राजस्व रिकार्ड से लेकर सभी दस्तावेज उसी जगह के है लेकिन एसडीएम व राजस्व अधिकारियों का कहना है कि उक्त जमीन शासकीय है और बालकिशन धाकड़ की भूमि की जगह दूसरी है।मामले को लेकर बालकिशन धाकड़ और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच काफी देर तक चर्चा होने के बाद भी जब बात नहीं बनी तो एसडीएम शिवानी गर्ग के निर्देश पर जेसीबी से अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही शुरू की गयी लेकिन बालकिशन धाकड़ व उनके समर्थक जेसीबी के सामने लेट गए और विरोध करने लगे।इस बीच पुलिस व विरोध कर रहे लोगों के बीच जेसीबी के सामने से हटने की बात को लेकर झड़प भी हुई जिसमें रतनगढ टीआई शिवकुमार यादव गिर पड़े।कार्यवाही के दौरान रतलाम जिले के किसान और कांग्रेस नेता डीपी धाकड़ ने बालकिशन धाकड़ के समर्थन में ग्राम कवई स्थित खेत पर पहुँचकर राजस्व अधिकारियों को कंपनियों के लिए काम नहीं करने की सलाह देते हुए कहा कि आप जवाब दे कि यदि बालकिशन धाकड़ शासकीय भूमि पर बैठा है तो उसकी जमीन कहाँ है?जब वह न्यायालय की शरण में गया तो आप लोग भी न्यायालय के समक्ष अपना जवाब पेश करें,आप यहां अतिक्रमण हटाने किस कानून के तहत आये है?अगर आपके पास न्यायालय का आदेश हो तो बताये हमे बताये हम सहर्ष यह भूमि छोड़ देंगे।अगर आपको यह लग रहा है कि यह गलत जगह कब्जा कर बैठे है तो इनको आप सही जगह का सीमांकन करके जमीन दें।मंगलवार को सुबह 11 बजे से चली कार्यवाही में जहाँ प्रशासन शाम 5 बजे तक कोई कार्यवाही नहीं कर पाया वहीं इस दौरान किसी व्यक्ति द्वारा अतिक्रमण के लिए लाई गई जेसीबी की चाबी निकाल ली जिसके बाद तीन घण्टे से अधिक समय तक प्रशासनिक अमला शांत बैठा रहा तो वही बालकिशन धाकड़ ,डीपी धाकड़ व अन्य समर्थक धरने पर  बैठे रहे।उक्त कार्यवाही के दौरान सहायक कलेक्टर सर्जन वर्मा, एसडीएम शिवानी गर्ग,एसडीओपी रामतिलक मालवीय ,तहसीलदार राजेश कुमार सोनी, नायब तहसीलदार शत्रुघ्न चतुर्वेदी, सिंगोली थाना प्रभारी कैलाशचन्द्र चौहान, रतनगढ थाना प्रभारी शिवकुमार यादव,निरीक्षक एनएस ठाकुर, उपनिरीक्षक ओएल बारिया सहित नीमच , सिंगोली, जावद, रतनगढ, रामपुरा आदि थानों के पुलिस एवं राजस्व विभाग के अधिकारी कर्मचारी व बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।

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