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न्याय की मांग को लेकर 4 साल से शासकीय दफ्तरों के चक्कर काट रहा पीड़ित,एमएस सल्वेज पर लगाए 5 हजार करोड़ रूपये घोटाले के आरोप,वर्षो से बकाया वेतन दिलाए जाने की मांग

नीमच। शहर की प्रतिष्ठित फॉर्म एम एस सालवेज के खिलाफ एक शिकायती आवेदन लेकर मंगलवार को जवाहर नगर निवासी शिकायत कर्ता प्रकाश वर्धानी पिता स्व बखतराय वर्धानी एक बार फिर कलेक्टर की जनसुवाई में पहुचा जहा उसने कलेक्टर मयंक अग्रवाल के समक्ष मय दस्तावेजो के एक शिकायती आवेदन दिया और सोया प्लांट एमएस साल्वेज पर फर्जी तरीके से मनी लाड्रिंग हवाला कारोबार व टेक्स चोरी कर 5 हजार करोड़ रूपये का घोटाला करने के आरोप लगाए,शिकायत कर्ता प्रकाश वर्धनी ने आवेदन में बताया कि वह फर्म मेसर्स एम.एस. सालवेक्स में नौकरी करता था, तब फार्म संचालको ने अपने खल कपास के व्यापार हेतु नई फर्म खोलने हेतु मुझे विश्वास में लिया व मेसर्स प्रकाश इन्टरप्राईजेस के नाम से नई फर्म खोली और यह आश्वस्त किया कि इसमें सिर्फ नाम आपका है, बाकी सारा कार्य ट्रांजेक्शन, खानापूर्ति, प्रपत्रों का तैयार करना, खाता खुलवाना, आदि वे सयंम करेंगे, में यहाँ नौकरी कर रहा था,इसलिये उनके कहे अनुसार जहाँ उन्होंने बोले हस्ताक्षर किये। जिस पर से फर्म संचालको ने टीन नम्बर 23349132802 व चालु खाता 914020052349632 एक्सीस बैंक व आई.डी.बी.आई. बैंक का खाता संख्या 346102000009201 भी खुलवाया व कुछ समय बाद दो और खाते खुलवाये, जो कि एच.डी.एफ.सी. बैंक मंदसौर  खाता नं. 5020001330143 व इलाहाबाद बैंक नीमच खाता नं. 50272463841 भी खुलवाये गये। इसी प्रकार संचालको नवीन अग्रवाल व उसके साथी डायरेक्टरों ने मुझे दबाव में लेकर व मोहरा बनाकर मेसर्स प्रकाश इन्टरप्राईजेस फर्म सन 2014 मे उसके नाम से खोल ली व चार चेक बुकों पर हस्ताक्षर लेकर अपने कब्जे में कर ली। ओर चेकों का दुरूपयोग किया, इंटरनेशनल ट्रांजेक्शन हेतु आई.ई.सी. कोड भी बिना मेरी जानकारी के फर्जी तरीके से प्राप्त किया। ओर कोड का दुरुपयोग कर विदेशों से करोड़ों रूपये के ट्रांजेक्शन किये,मुझे बिना सूचना दिये व बिना बताये ही बैंकों द्वारा फर्जी तरीके से आई.ई.सी. कोड जारी कर करोड़ों रूपये का भुगतान कर दिया गया। जिसमे बैंको की भूमिका की भी जांच होना अति आवश्यक है।मेरे साथ छल कपट व बेईमानी के आशय से करोड़ों रूपये के ट्रांजेक्शन उसके नाम से सोया डी.ओ.सी. विक्रय कर व हवाला कारोबार कर किये। जबकि में इस प्रकार के व्यापार करने के तरीके से पूर्णतः अनभिज्ञ हु न ही मेरे पास करोड़ों रूपये है, जिनसे मेंइतना बड़ा व्यापार कर सकू। जब दिनांक 07.03.2017 को एन्टी ऐविजन व्यूरो आयुक्त वाणिज्यक कर भोपाल के जाँच अधिकारी मेरे घर व एम.एस. सालवेक्स के प्लांट पर व उनके घर पर सेल टेक्स आदि की जांच हेतु पहुचे तब पहली बार मुझे यह ज्ञात हुआ कि मेरे नाम से फर्म खुलवाकर टेक्स बचाने के लिये करोड़ों रूपये के लेनदेन  कर लिया गया है जिसकी करोड़ों रूपये की पेनल्टी बनती है व करोड़ों का कर चुकाना बाकी है, जिस पर मेने अधिकारियों को अपने दिये गये स्टेटमेन्ट में सारी सच्चाई से अवगत कराया, जिसकी जांच वर्ष 2017 से चल रही थी किन्तु विपक्षी डायरेक्टरों द्वारा दबाव बनाकर जांच को रूकवा दिया गया है। प्रकाश इन्टरप्राईजेस में जो सोया डी.ओ.सी गोदरेज एग्रो वेट को भेजा गया ओर मुझे जो स्टेटमेंट दिया गया उसमें ई-मेल आई डी. [email protected] व मोबाईल नं 7566637448 यह न मेरे न होकर  इस फर्म मे जो भी लेनदेन किया गया जो भी बैंको से रूपये सेल्फ से निकाले गये व अन्य मुनिमों द्वारा निकाले गये,ओर मुझे वीर पार्क रोड़ पर किराये की दुकान पर बिठा कर इस फर्जीवाड़े को अंजाम दिया गया। स्टेटमेंट मे दर्ज मोबाईल नम्बर जांच करने पर मां नर्मदा ट्रेडर्स के नाम से आई.डी.बी.आई बैंक मे चालु खाता होना पाया गया। जिसमें प्रोपाईटर हितेश कुमार के नाम से है। यह फर्ग भी नवीन अग्रवाल व उसके साथियों द्वारा संचालित की जाती है। इसी प्रकार डायरेक्टरों द्वारा कई और शहरों मे फर्जी तरीके से बैंक अकाउण्ट खोलकर करोड़ों रुपये के ट्रांजेक्शन किये गये। अब दबाव बनाया जा रहा है कि किया गया जितना भी ट्रांजेक्शन व घपले है,में सारी जिम्मेदारी अपने सिर ले लू नहीं तो मुझे व परिवार को जान से खत्म कर देंगे। जिसकी शिकायत दिनांक 19.03.2019 को जिला पुलिस अधिक्षक को की गई।लेकिन पुलिस विभाग ने कोई कार्यवाही नहीं की है। जबकि मुझे व परिवार को जान माल का खतरा है. इसलिये उच्च अधिकारियों को यह रिपोर्ट प्रेषित की गई। शिकायती आवेदन में मांग की गई है कि डायरेक्टरो द्वारा किये गये फर्जीवाड़े मे जो भी टेक्स की लाईबिलीटी बनती है जिसका भुगतान इन डायरेक्टरों से करवा जाए और मुझे फर्म को कर मुक्त करवाकर न्याय दिया जाए। साथ ही वर्षों से बकाया वेतन भी उक्त फर्म से दिलाया जाए।
 

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