आदिवासियों ने किया विरोध,जमीन के बदले जमीन देने की माँग
सिंगोली (निखिल रजनाती)। सिंगोली क्षेत्र की बहुप्रतीक्षित बाणदा बाँध परियोजना लागत 5283.04 लाख रुपए का कार्य प्रारंभ हो गया जिससे तहसील क्षेत्र के विभिन्न गांवो की लगभग 1780 हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी और क्षेत्र में वर्षों से चली आ रही जल संकट की समस्या का भी निदान हो जाएगा साथ ही बांध से निकलने वाली नहरों से खेतों में भरपूर पानी की सप्लाई होगी और कृषि जिंसों की पैदावार भी बढ़ेगी जिससे किसान अपने खेतों में उन्नत कृषि जिंसों की पैदावार कर सकेगा और आत्मनिर्भर होने के साथ-साथ क्षेत्र की भी उन्नति होगी लेकिन निर्माण कार्य शुरू होने के साथ ही आदिवासियों ने बांध निर्माण का पुरजोर तरीके से विरोध करना शुरू कर दिया।आदिवासियों की मांग है कि सरकार हमारी ऊपजाऊ जमीनों के बदले हमें जमीन उपलब्ध कराएं और बांध निर्माण के दौरान मकान व अन्य उपयोगी सामान के नुकसान के बदले भरपूर मुआवजा प्रदान करें तभी जाकर हम बांध का निर्माण होने देंगे।ग्राम बाणदा के आदिवासी महिला और पुरुषों राजू भील, लाभचंद भील, बाबूलाल, श्यामलाल, गोरीलाल, शंभूलाल,रूपलाल भील सहित सैकड़ों की तादाद में पुरुष और महिलाओं ने बांध निर्माण का विरोध करते हुए सरकार से जमीन के बदले जमीन देने की मांग की और कहा कि सरकार आदिवासियों के हितों पर कुठाराघात करने पर तुली है।आदिवासियों की समस्याओं का निराकरण भी नहीं हुआ और बांध का निर्माण शुरू कर दिया गया जिससे उनके सामने जीवन यापन का संकट खड़ा हो गया है।आदिवासी महिला पुरुषों ने कहा कि जब तक उनकी समस्या का पूरी तरीके से निराकरण नहीं हो जाता तब तक बांध निर्माण नहीं किया जाय फिर भी अगर सरकार अपनी जिद पर अडी रहती है तो हम मर जाएंगे,मिट जाएंगे लेकिन बांध का निर्माण नहीं होने देंगे।जैसे ही बांध निर्माण शुरू होने की जानकारी आदिवासियों ने जावद विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस नेता राजकुमार अहीर को दी तो श्री अहीर गुरुवार को दोपहर आदिवासियों के बीच ग्राम बाणदा की चौपाल पर पहुंचे जहाँ आदिवासियों ने श्री अहीर को अपनी व्यथा सुनाते हुए कहा कि वर्षों से बंजर जमीनों को उपजाऊ बनाकर खेती कर हम हमारा जीवन यापन कर रहे हैं,उन जमीनों पर सरकार बांध निर्माण कर हमें भुखो मारने पर तुली है जबकि हमने मेहनत करके हमारी जमीनों को उपजाऊ बनाया है और सरकार बांध निर्माण कर हमें बेघर करना चाहती है।उन्होंने कहा कि हम मर जाएंगे मिट जाएंगे लेकिन हमारी जमीन का एक इंच टुकड़ा भी बांध निर्माण के लिए सरकार को नहीं देंगे। कांग्रेस नेता श्री राजकुमार अहीर ने आदिवासियों से रूबरू होते हुए कहा कि आप लोगों के लिए और किसानों के हितों के लिए बांध का निर्माण होना भी जरूरी है ताकि क्षेत्र में कृषि के लिए भरपूर पानी उपलब्ध हो लेकिन सरकार को बांध निर्माण के साथ साथ आदिवासियों के हितों का भी ध्यान रखना चाहिए उन्होंने आदिवासियों की समस्या से जल्द उच्च अधिकारियों से बात करने का भी भरोसा दिलाया और हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया और सरकार से मांग करते हुए कहा कि आदिवासियों की जो भी उपजाऊ जमीन बांध निर्माण में आ रही है चाहे वह सिंचित हो या असिंचित।सिंचित भूमि का दस लाख रुपए प्रति बीघा और असिंचित भूमि का पांच लाख रुपए प्रति बीघा के मान से व मकान ट्यूबेल सहित आदिवासियों को होने वाले नुकसान का भरपूर मुआवजा देकर सुव्यवस्थित जगह पर विस्थापित करने की मांग की ताकि हमारे क्षेत्र के आदिवासी भाईयो को जीवन यापन के लिए किसी के ऊपर आश्रित नहीं होना पड़े। श्री अहीर ने कहा कि आदिवासियों के हितों और समस्याओं के लिए वह हर समय उनके साथ खड़े हैं। इस दौरान सिंगोली ब्लॉक अध्यक्ष बनवारी जोशी,रतनगढ़ ब्लॉक कार्यवाहक अध्यक्ष शंभूलाल चारण,पंचायती राज जिला प्रवक्ता राजेश शर्मा मौजूद थे।